प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्हें दिल्ली एम्स के आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी हालत में गिरावट के चलते, उन्हें 3 नवंबर को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में शिफ्ट किया गया। पिछले दस दिनों से एम्स में भर्ती शारदा सिन्हा को लंबे समय से खाने-पीने में कठिनाई हो रही थी, जिसके लिए इलाज जारी था। उनकी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उन्हें मेडिकल ऑन्कोलॉजी वार्ड में स्थानांतरित किया गया था। 26 अक्टूबर को उनकी हालत अचानक अधिक खराब हो गई थी।
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन ने यूट्यूब पर लाइव आकर उनकी स्थिति के बारे में जानकारी साझा की और सभी से उनकी मां के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “मेरी मां वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें आपकी प्रार्थनाओं की सख्त जरूरत है। यह एक बड़ी लड़ाई है और वह इसके लिए संघर्ष कर रही हैं। हम सब प्रार्थना करें कि वह इस कठिन दौर से उबर जाएं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्थिति को लेकर शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा से फोन पर बात की और उनकी मां के स्वास्थ्य की जानकारी ली। पीएम मोदी ने यह भी आश्वासन दिया कि इलाज की प्रक्रिया में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी शारदा सिन्हा से मिलने दिल्ली एम्स पहुंचे और उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली। चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर लिखा, “बिहार की गौरव और सुप्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा जी अस्वस्थ चल रही हैं। नई दिल्ली में उनसे मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।”
छठ पूजा से पहले नया गाना रिलीज
छठ पूजा से पहले शारदा सिन्हा का एक नया गीत रिलीज हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी अस्वस्थता के बावजूद छठ पर्व के प्रति अपना प्रेम और भक्ति व्यक्त की है। इस गाने के बोल हैं – “दुखवा मिटाईं छठी मइया… रउए आसरा हमार… सबके पुरवेली मनसा… हमरो सुनलीं पुकार।” गाने का ऑडियो पांच दिन पहले जारी किया गया था, और हाल ही में इसका वीडियो उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है।
शारदा सिन्हा की गायिकी और संघर्ष
लोकगायिकी में शारदा सिन्हा का योगदान अनमोल है। उन्हें 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था, और उनकी लोकप्रियता का श्रेय उनके छठ गीतों को जाता है, जो देशभर में लोकप्रिय हैं। उनकी गायिकी का सफर उनके भाई की शादी में गाए एक गीत से शुरू हुआ था। उनके गीतों में मिट्टी की सुगंध और लोक-संस्कृति की छवि स्पष्ट होती है, जो श्रोताओं के दिलों में बसी है।
22 सिंतबर को हुई थी पति की मौत
हाल ही में शारदा सिन्हा के जीवन में एक बड़ा आघात भी लगा था, जब इसी वर्ष 22 सितंबर को उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का ब्रेन हेमरेज के कारण निधन हो गया। इस घटना ने उन्हें गहरा दुख पहुंचाया। इसके बावजूद, उन्होंने अपनी कला के प्रति समर्पण बनाए रखा और छठ महापर्व के लिए नया गीत भी तैयार किया। शारदा सिन्हा का यह गीत छठ पूजा के अवसर पर उन लोगों के लिए एक अनमोल भेंट है, जो उनकी आवाज में आस्था और सांस्कृतिक धरोहर का एहसास करते हैं।
शारदा सिन्हा की तबीयत में सुधार के लिए बेटे ने की प्रार्थना की अपील
शारदा सिन्हा की गंभीर स्थिति के बीच उनके बेटे अंशुमन ने उनके प्रशंसकों से प्रार्थना करने की अपील की है। अंशुमन ने कहा कि यह एक बड़ी लड़ाई है और उनकी मां इस कठिन समय से गुजर रही हैं। उन्होंने सभी से उनकी सलामती के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया।