भारतीय जनता पार्टी की सांसद और प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह घटना उतनी बड़ी नहीं थी, जितना उसे दिखाया जा रहा है। हेमा मालिनी के इस बयान के बाद विपक्ष ने उन पर निशाना साधते हुए इसे “संवेदनहीन और शर्मनाक” बताया।


“हमने कुंभ में स्नान किया, सब कुछ सही था” – हेमा मालिनी
हेमा मालिनी ने कहा, “हम कुंभ गए थे, वहां स्नान भी किया। हर तरफ अच्छा प्रबंधन था। हां, कुछ भगदड़ जरूर मची थी, लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। इतनी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल होता है, लेकिन व्यवस्थाएं अच्छी थीं।”


बता दें कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में भगदड़ मचने से 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 लोग घायल हुए थे।



“विपक्ष बेवजह मुद्दा बना रहा है”
जब हेमा मालिनी से पूछा गया कि विपक्ष का आरोप है कि भगदड़ में हुई मौतों के आंकड़े सरकार छिपा रही है, तो उन्होंने कहा, “विपक्ष का काम ही गलत बातें करना है। वहां सब कुछ सही है, तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संगम स्नान के लिए आ रहे हैं।”


विपक्ष का पलटवार: “सरकार भगदड़ की सच्चाई छिपा रही है”
इस घटना को लेकर संसद में विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार भगदड़ में मारे गए लोगों की संख्या छुपा रही है और मेले में हुए कुप्रबंधन पर पर्दा डाल रही है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
हेमा मालिनी के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने कहा, “बीजेपी सरकार के नाकाम प्रबंधन की वजह से कुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत हुई। हेमा मालिनी का यह बयान बेहद शर्मनाक और संवेदनहीन है।”
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “पहले दिन से ही सरकार इस घटना की लीपापोती में लगी हुई है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि हादसे में कितने लोगों की जान गई। पीड़ित परिवारों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है, और सरकार केवल सच्चाई को छिपाने में लगी है।”