वाराणसी, भदैनी मिरर। दुर्गाकुंड के चर्चित चट्टी पर विगत 23 जनवरी की रात हुई प्राणघातक हमले के आरोपी दो सगे भाईयों को कोर्ट से जमानत मिल गई. जिला जज संजीव पाण्डेय की अदालत ने बबुरी, चंदौली निवासी आरोपित जयंत यादव व उसके भाई हेमंत यादव उर्फ सोनू को 50-50 हजार रुपए की दो जमानतें एवं बंधपत्र देने पर रिहा करने का आदेश दिया. अदालत में बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अनुज यादव, नरेश यादव व रवि तिवारी ने पक्ष रखा।


अभियोजन पक्ष के अनुसार चर्चित चट्टी कबीर नगर, दुर्गाकुंड निवासी अनिल कुमार गुप्ता ने भेलूपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. आरोप था कि 23 जनवरी 2025 को रात्रि लगभग 9 बजे के करीब उसका पुत्र कृष्ण कुमार गुप्ता (केडी) अपने घर जा रहा था. उसी दौरान घर के बाहर लगे चाय के दुकान पर जयंत यादव, रामजन्म यादव, सुनील यादव, अवनेश यादव उर्फ सोनू द्वारा अपने अज्ञात साथियों के साथ मिल कर उसके पुत्र को जान से मारने की नीयत से चाकू, कैची, राड, डान्डा से मारने पीटने लगे. हमले से उसके पुत्र के चहरे एवं सिर पर गम्भीर चोट आई और वह लहूलुहान होकर वहीं घायल होकर अचेत हो गया. आनन-फानन में शोर सुनकर वे अन्य लोगों के साथ वहां पहुंचा तो देखा कि उसका पुत्र सड़क पर बेहोश पड़ा है. इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की. विवेचना के दौरान आरोपित हेमंत यादव उर्फ सोनू का नाम प्रकाश में आने पर पुलिस ने उसे भी आरोपित बनाया.


नगर निगम ने हटवाया अतिक्रमण



बता दें, मारपीट का अड्डा बन चुके चर्चित चट्टी की दुकाने अतिक्रमण में थी. इसके पहले भी वहां मारपीट की घटनाएं हो चुकी थी, उसी जगह पर कुछ दिन पहले चाकूबाजी की घटना भी हुई थी. 23 जनवरी की रात हुई घटना के बाद अगले दिन नगर-निगम की टीम सक्रीय हुई. नगर आयुक्त ने खुद मौके का निरिक्षण किया था. जिसके बाद अतिक्रमण हटवाने का निर्देश दिया. नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश के बाद मारपीट के लिए चर्चित होती जा रही सीएमओ ऑफिस के दूसरे गेट पर स्थित चट्टी से अतिक्रमण कर खोली गई दुकानें नगर निगम ने हटवाई है.


