वाराणसी। कचहरी परिसर में आज अधिवक्ताओं ने चाइनीज मांझे के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रीन पीस नेचर फाउंडेशन काशी के बैनर तले आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में अधिवक्ताओं ने चाइनीज मांझे के कारण हो रही दुर्घटनाओं और मौतों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने चाइनीज मांझे के बहिष्कार और इस पर सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की।
चाइनीज मांझे से हो रही गंभीर दुर्घटनाएं
अधिवक्ताओं का कहना है कि चाइनीज मांझे का इस्तेमाल इंसानों, पशुओं और पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। आए दिन इसके कारण होने वाली घटनाओं में लोग घायल हो रहे हैं और कई की मौत तक हो चुकी है। प्रदर्शनकारियों ने पोस्टरों और नारों के माध्यम से प्रशासन और शासन का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की।
चाइनीज मांझे पर सख्ती की मांग
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि चाइनीज मांझे पर तुरंत प्रतिबंध लगाना आवश्यक है। यह न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि समाज में जीवन को भी खतरे में डाल रहा है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इस जानलेवा मांझे की बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।
अधिवक्ताओं की अपील
अधिवक्ताओं ने यह भी कहा कि चाइनीज मांझे के विकल्प के रूप में पर्यावरण-अनुकूल और सुरक्षित सामग्री को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे चाइनीज मांझे का उपयोग न करें और इसके बहिष्कार में सहयोग करें।
विरोध प्रदर्शन में फाउंडेशन के संस्थापक राजेश सिंह कुशवाहा, अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ सिद्दीकी, नीरज कुमार शुक्ला, दुर्गा प्रसाद पटेल, चंद्रप्रकाश, एडवोकेट अमित कुमार शुक्ला, शिवम सोनकर और आशीष जायसवाल सहित अन्य अधिवक्ता शामिल रहे।