वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी -गाजीपुर हाइवे पर बुधवार देर शाम तक हंगामा हो गया जब एक कार की चपेट में आकर साइकल सवार की मौत हो गई. घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और शव रास्ते पर रखकर सड़क जाम कर दिया. सूचना मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची. जब वह जाम हटवाने का प्रयास किया तो जनता आक्रोशित हो गई. पहले पुलिस से नोंकझोंक शुरु हुई और फिर बाद में ग्रामीणों ने पथराव शुरु कर दिया.
जानकारी के अनुसार चौबेपुर के कोदोपुर निवासी नाथू राजभर बुधवार शाम अपने घर को लौट रहे थे. इसी दौरान पीछे से आ रही कार ने टक्कर मार दी. कार के बोनट से लड़कर नाथू नीचे गिर पड़े. उसके बाद कार उन्हें रौंदते हुए आगे बढ़ गया. घटना के बाद आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और कार को रोक लिया. देखते-देखते ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर घर होने से घर की महिलाएं पहुंच गई और रोने लगी. ग्रामीणों ने शव सड़क पर रख प्रदर्शन शुरु कर दिया. चौबेपुर पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करने लगी लेकिन आक्रोशित लोग समझने को तैयार न थे. जिसके बाद पुलिस ग्रामीणों को जबरन हटाने का प्रयास करने लगी, जिसके बाद मामला बिगड़ गया और दरोगा-सिपाही से जनता भीड़ गई. देखते ही देखते ग्रामीणों और दरोगा-पुलिस से नोंकझोंक शुरु कर दी.
ग्रामीणों की संख्या ज्यादा देख पुलिसकर्मियों ने मौके पर थाने से अतिरिक्त पुलिस बुलवाई. शव और दुर्घटना करने वाली कार सड़क के किनारे रखवाकर जाम छुड़वाना शुरू किया तो पुलिस कार्रवाई पर ग्रामीण भड़क गए. फिर पथराव शुरू कर दिया. जिसमें दरोगा सहित कुल दो व्यक्तियों के घायल होने की खबर है. वहीं, ग्रामीणों के पथराव में आधा दर्जन वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया है.
डीसीपी और एडीसीपी ने संभाला कमान
बवाल बढ़ते देख मौके पर एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी और डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा मौके के लिए रवाना हुए. कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई. घायल पुलिसकर्मियों को चौबेपुर अस्पताल भिजवाया गया. ग्रामीण कठोर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने बताया कि ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत करवा दिया गया है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है. परिजनों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. हाइवे पर फोर्स तैनात कर दिया गया है.