वाराणसी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित स्वस्थ दृष्टि संमृद्ध काशी अभियान वाराणसी के नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस अभियान के तहत 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों का घर-घर नेत्र परीक्षण और जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। अभियान में राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं दृष्टिदोष कार्यक्रम के सहयोग से काशीवासियों को स्वस्थ दृष्टि का लाभ दिया जा रहा है।
मुख्य उपलब्धियां
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल हुई हैं:
701,402 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 100,197 मरीजों को नेत्र कैंप के लिए रेफर किया गया।
44,811 लोगों को चश्मों का वितरण किया गया।
22,649 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चिन्हित, जिनमें से 12,754 का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया।
सद्गुरु सेवा संघ ने इस अभियान में बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने घर-घर जाकर नेत्र परीक्षण के साथ 12,754 मोतियाबिंद ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
राष्ट्रीय दृष्टिहीनता कार्यक्रम के आंकड़े
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजय राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 49,555 मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया, जिसमें नवंबर तक 18,615 ऑपरेशन पूरे किए गए। सरकारी अस्पतालों में 3,345 और निजी अस्पतालों में 15,270 ऑपरेशन किए गए। बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष पहल के तहत 2,487 बच्चों और 1,127 बुजुर्गों को चश्मों का वितरण किया गया।
जन सहयोग से सफलता
इस अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भी बड़ा योगदान है। उनके सहयोग से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने और सेवाओं को पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
सीएमओ की अपील
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने काशीवासियों से अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति मोतियाबिंद से पीड़ित है, तो वह नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच कराकर नि:शुल्क ऑपरेशन करवा सकता है।