Home वाराणसी ठेला-पटरी और छात्रों का उत्पीड़न बंद हो: PM के संसदीय कार्यालय जा रहे सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, बड़े आंदोलन का दिया अल्टीमेटम

ठेला-पटरी और छात्रों का उत्पीड़न बंद हो: PM के संसदीय कार्यालय जा रहे सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, बड़े आंदोलन का दिया अल्टीमेटम

by Bhadaini Mirror
0 comments

वाराणसी, भदैनी मिरर। विकास के नाम पर ठेला-पटरी व्यापारियों को उजाड़ने और आंदोलन करने वाले युवा नेताओं को जेल भेजकर उनके उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर संयुक्त विपक्ष की पार्टियों ने हल्ला बोल दिया. गुरुवार को वह जुलूस के रुप में ज्ञापन देने प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) के संसदीय कार्यालय(parliamentary office) को निकले. एलआईयू की रिपोर्ट पर पहले ही एसीपी भेलूपुर ईशान सोनी थानों की फोर्स के साथ गुरुधाम पर ही रोक लिया. पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया.

Ad Image
Ad Image

सड़क से जेल तक करेंगे आंदोलन

राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव समाजवादी अंबेडकर वाहिनी सत्यप्रकाश सोनकर ने कहा कि हम देश और प्रदेश की तानाशाही सरकार के खिलाफ हम ज्ञापन के माध्यम से चेताने का काम कर रहे है कि गरीबों, मजलूमों, छात्रों, ठेला-पटरी व्यापारियों के ऊपर बढ़ रहे अत्याचार को लेकर हम 13 सूत्रीय मांग ज्ञापन के माध्यम से पीएम के संसदीय कार्यालय को देना चाहते थे. जिसे बीच में प्रशासन ने रोककर खुद ही लिया है. हमने अल्टीमेटम दिया है कि 1 महीने के भीतर यदि अत्याचार बंद नहीं होता है तो विपक्ष की संयुक्त पार्टियां बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगी.
आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों को अंबेडर के नाम पर चिढ़न है, की दलित बस्तियों को उजाड़ा जा रहा है. हम सब मांग करते है कि दलित बस्तियों को उजाड़ना, ठेला पटरी व्यापारियों को उजाड़ना यह सरकार बंद करें.

Ad Image

योगी-मोदी डरते है पुलिस को आगे करते है

Ad Image

वैभव त्रिपाठी ने कहा कि आज कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी और कुछ सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वधान में एक पैदल मार्च पद्मश्री चौराहा अंबेडकर प्रतिमा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय जाना था, लेकिन सरकार को इतना डर है कि सरकार पैदल मार्च भी नहीं होने दे रही. जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की जमीन, रेहड़ी पटरी वालों को खदेड़कर फेकने वालों की समस्या का समाधान के लिए हम जा रहे थे, लेकिन केंद्र की मोदी और राज्य की योगी की सरकार ने पुलिस को आगे करके रुकवा दिया है. पुलिस अपने मूल काम नागरिकों को सुरक्षा देने के बजाय उत्पीड़न में जुट जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम योगी आदित्यनाथ कितने करोड़ लोग महाकुंभ में स्नान किए यह गिनती कर लेते है, लेकिन मृतकों और घायलों की संख्या नहीं गिन पाते है, यह निंदनीय है.

Ad Image
Ad Image
Ad Image

दालमंडी के व्यापारियों का हो रहा उत्पीड़न

संदीप मिश्रा महानगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी ने बताया कि हम वाराणसी शहर की मूलभूत समस्याओं के 21 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय गांधीवादी तरीके से जा रहे थे. जिला प्रशासन ने रोक दिया है. हम बीएचयू के छात्र-छात्राओं पर फर्जी मुकदमा लिखकर जेल भेजा जा रहा है. दालमंडी के व्यापारियों का चौड़ीकरण के नाम पर उत्पीड़न हो रहा है.

Ad Image
Ad Image

यह थी मांगे

  1. बीएचयू में मनुस्मृति प्रकरण में बीएसएम के 13 छात्र छात्राओं पर लादे गए फर्जी मुकदमे वापस लिया जाय तथा दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की जाए।
  2. एनएसयूआई छात्रों पर लादे गए फर्जी मुकदमे लिए जाए।
  3. सीएए-एनआरसी आंदोलन में शामिल आंदोलनकारियों को साजिशन परेशान करना बंद किया जाय तथा उस मुकदमे को वापस किया जाय।
  4. एनएसयूआई के नेता शाहिद जमाल को एटीएस परेशान करना बंद करे और आबिद शेख पर से फर्जी मुकदमे वापस लिए जाए।
  5. सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे सभी राजनीतिक सामाजिक व विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लादना व पुलिसिया उत्पीड़न बंद किया जाए।
  6. लचर पैरवी के कारण आईआईटी बीएचयूकी छात्रा के रेप मामले में दोषियों को जमानत मिल गई। इस मामले में सख्ती से जाए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाया जाए।
  7. विकास के नाम पर गैरकानूनी तरीके से जमीनों की लूट, बस्तियों को उजड़ना, दुकानों को तोड़ना बंद हो।
  8. काशी द्वार परियोजना के नाम पर किसानों के जमीन की लूट बंद की जाए।
  9. कज्जाकपुरा बस्ती के उजाड़े गए सफाईकर्मी परिवारों का पुनर्वास शहर के अंदर ही करने की गारंटी दी जाए।
  10. दालमंडी के व्यापारियों का उत्पीड़न बंद किया जाय तथा सड़‌क चौड़ीकरण परियोजना रद्द किया जाए।
  11. रामनगर का नगर पालिका का दर्जा पुनः बहाल किया जाए।
  12. ट्रांसपोर्ट नगर परियोजना के नाम पर किसानों से जबरन जमीन छीनना बंद किया जाए।
  13. सर्वसेवा संघ की जमीन को तत्काल वापस की जाए।
  14. रेहड़ी पटरी की दुकानों को उजाड़ना बंद किया जाय और स्ट्रीट वेंडर एक्ट के तहत स्थाई व्यवस्था किया जाए।
  15. बनारस में जहां भी जमीन की खरीद बिक्री, विशेषकर रिंग रोड के किनारे पर, रोक हटाई जाए तथा सर्कल रेट का नवीनीकरण किया जाए।
  16. पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे एनटीपीसी नैपुरा कलां (रमना) को आबादी से दूर शिफ्ट किया जाए।
  17. कुम्हार गड्डा को भू माफिया से मुक्त किया जाए।
  18. बुनकरों की बिजली की पुरानी दर लागू की जाय तथा बुनकरों के लिए अलग से एक आर्थिक पैकेज मुहैया किया जाए।
  19. सस्ते दर पर बुनकरों को उपकरण मुहैया कराई जाम।
  20. कॉमर्शियल गृहकर लेना बंद करें।
  21. बंद पड़े रेशम डिपो को चालू किया जाय।
  22. अल्पसंख्यक छात्रों को बंद स्कॉलरशिप की फिर आवंटित किया जाए।
  23. ई रिक्या/ आँटों पर लगाई जा रही रोक पाबंदी को तत्काल हटाई जाम और पुलिसिया उत्पीडन बंद किया जाए।
  24. गांव दादूपुर, थाना शिवपुर, वाराणसी के नितेश मौर्य की जघन्य हत्या का मुकदमा दर्ज कर अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए।
  25. बेटी खुशी पाल, थाना शिवपुर, को की गुमशुदगी का जल्द से जल्द पता लगाया जाए तथा परिवारजन के रिपोर्ट के तहत आरोपियों को संरक्षण देना बंद करके उनपर तत्काल कार्यवाही की जाए।
  26. पंचकोशी मार्ग शिवपुर स्थित पौराणिक कुंड को भू माफियाओं के कब्जे से मुक्त करवा कर पुनः उसका जीर्णोद्धार कराया जाना सुनिश्चित हो।
Social Share

You may also like

Leave a Comment