वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी में रोपवे प्रोजेक्ट का गुरुवार को ट्रायल हुआ. जैसे ही कैंट से गंगोल को आगे बढ़ाया गया सबकी निगाहे आसमान की ओर ठहर गई. यह ट्रायल रोपवे की टेक्लिनल टीम की ओर से की गई थी. तकनीकी टीम से जुड़े सूत्रों के अनुसार यह ट्रायल केबल के मौजूदा स्थिति को देखने के लिए किया गया है. टीम का कहना है कि ठंड में केबल कड़ा और गर्मी के दिनों में थोड़ा लचीला होता है इसलिए तकनीकी टीम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करना चाहती है.


मार्च 2025 तक शुरु होगा संचालन
देश के पहले ट्रांसपोर्ट रोपवे सिस्टम का संचालन मार्च 2025 तक करना है. यह रोपवे वाराणसी कैंट से गोदौलिया तक चलाया जाएगा. रोपवे के संचालन से उम्मीद है कि कैंट से गोदौलिया तक का यातायात दबाव शहर में कम होगा. रोपवे के अलावा इस मार्ग पर चलने वाले लोग चंद मिनटों में ही अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. रोपवे प्रोजेक्ट के कार्यों की समीक्षा अफसर लगातार कर रहे है.



जानकारी के अनुसार कैंट से गोदौलिया तक 3.75 किलो मीटर तक यह रोपवे अपनी सेवा देगी. यह पर्यटक को लुभाने के साथ ही धार्मिक स्थलों को जोड़ने में मददगार होगा. रोपवे का कुल 5 स्टेशन होगा. प्रत्येक गोंडोला में 10 यात्री बैठने की व्यवस्था होगी.


