वाराणसी,भदैनी मिरर। रमना (बीएचयू) की रहने वाले राजेश यादव की 21 वर्षीया पुत्री अंकिता यादव 29 अगस्त 2024 को घर से लापता हो गई. परिजनों के खोजबीन करने के बाद भी युवती नहीं मिली तो लंका थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई. अंकिता के चाचा जितेंद्र ने लंका थाने में दी गई तहरीर में बताया कि उनकी भतीजी अंकिता यादव 29 अगस्त 2024 को सुबह 8.30 बजे घर से बिना बताए कहीं चली गई है. कमरे में एक पन्ने पर नोट लिखकर गई है. जिस पर लिखा है मम्मी मुझे खोजने की कोशिश मत करना मैं नहीं मिलूंगी मैं मरने जा रही हूं. मुझे कुछ भी अच्छा नही लगता मेरा जीने का मन नही करता, मुझे माफ कर देना. तुम्हारी छोटी बेटी अंकिता लिखकर गई है. जिसके बाद से युवती को खोजने में पूरा परिवार परेशान है, गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने तलाश में जुट गई है।
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वाराणसी में तैनात सिपाही रितेश का इलाज के दौरान निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
वाराणसी, भदैनी मिरर । वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात सिपाही रितेश कुमार का निधन हो गया है. वह वर्तमान समय में कमिश्नरेट वाराणसी के पुलिस लाइन में तैनात थे. रितेश काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बीमारियों से लड़ते हुए रितेश अपने कर्तव्यों का पालन करते रहे. रितेश की तबियत बिगड़ने पर उन्हें बीएचयू ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई.
रितेश कुमार मूलरूप से आजमगढ़ के आदिलपुर (जहानागंज) के रहने वाले थे. वह अपने पिता बिरजू नाथ के अकेले पुत्र थे. रितेश की छोटी बहन मात्र है. रितेश की इसी वर्ष मई माह में शादी हुई थी. पति के निधन की सूचना मिलते ही पत्नी चंचल बदहवास हो गई है. माता-पिता और बहन का रोरोकर बुरा हाल है. कच्ची गृहस्थी छोड़कर रितेश के जाने का पूरे गांव को मलाल है.
जानकारी के अनुसार रितेश कुमार पिछले 6 माह से बीमार चल रहे थें और उनका बीएचयू में उपचार चल रहा था. रितेश 15 अगस्त से 20 दिन की छुट्टी पर घर गए हुए थे. सोमवार को अचानक तबियत खराब होने से परिजन उन्हें हेरिटेज हॉस्पिटल लेकर आए, जहां चिकित्सकों ने बीएचयू ले जाने की सलाह दे दी,जिसके बाद उन्हें बीएचयू लेकर जाया गया. उपचार के दौरान रितेश ने दम तोड़ दिया. पुलिस लाइन के पहले रितेश भेलूपुर थाने में तैनात रहे. रितेश मृदुभाषी थे, उनके निधन की सूचना मिलते ही पुलिसकर्मियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी.
वाराणसी: सामनेघाट पर डूबे तीसरे छात्र ऋषि का भी शव मिला, सेल्फी लेने के दौरान हुई थी घटना, परिजनों में शोक
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी के सामनेघाट (लंका) जजेज हाउस के समीप कच्ची घाट से डूबे ऋषि सिंह का भी शव मंगलवार को 47 घंटे बाद घटना स्थल से 5 किलोमीटर दूर स्थित सकंठा घाट (दशाश्वमेध) पर उतराया मिला. परिजनों से शिनाख्त कराने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. दो दिन पहले सामने घाट पर एक छात्रा और दो छात्र गंगा में डूब गए थे. तीनों छात्रों का शव बरामद करके उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.
दरअसल, बीते शनिवार आधी रात बाद करीब 1.30 बजे वाराणसी में सेल्फी लेने के दौरान 3 स्टूडेंट्स गंगा नदी में डूब गए. चांदमारी मोहल्ला मोतिहारी पटना के रहने वाले वैभव सिंह (21) की लाश मिल रविवार को पुलिस ने गंगा से खोज निकाला था. सेल्फी लेते समय फिजियोथैरेपी की छात्रा सोना गंगा में गिर गई थी. उसे बचाने के लिए दो छात्रों ने भी छलांग लगा दी. तेज बहाव के चलते दोनों छात्र भी डूब गए थे. वैभव की दोस्त के फ्लैट पर ही सभी रुके, खाना खाकर घूमने निकले.
पटना के हिमालया कॉलेज से फिजियोथेरेपी का कोर्स कर रही सोना ने मोतिहारी के एमएस कॉलेज से बीए थर्ड ईयर के छात्र ऋषि को भी वाराणसी चलने के लिए राजी कर लिया. सभी पटना से ट्रेन से शनिवार रात 10 बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां वैभव की दोस्त तनु के यहां सामनेघाट स्थित कृष्णा नगर कॉलोनी के फ्लैट पर पहुंचे और खाना खाया. देर रात पांच लोग गंगा किनारे टहलने चले गए. इस दौरान सोना, वैभव और ऋषि घाट पर बिना रेलिंग की फ्लोटिंग जेटी पर चले गए, जबकि तनु और ऋषि रेलिंग लगी जेटी पर गए. सेल्फी ले रही सोना का पैर फिसलने से गंगा में गिर गई. उसे बचाने के लिए ऋषि गंगा में कूदा और तेज धार में दोनों बहने लगे. यह देखकर वैभव ने भी छलांग लगा दी.
एक और दोस्त की सूचना पर लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा पहुंचे. एनडीआरएफ और जल पुलिस को जानकारी दी. गोताखोरों ने थोड़ी ही देर में वैभव का शव बरामद कर लिया. वहीं, सोमवार को घटना वाली जगह से 6 किलोमीटर दूर सोना का भी शव और मंगलवार को ऋषि का भी शव मिल गया.
UP पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र आउट कराने के नाम पर ₹ 20 लाख की ठगी करने वाला बिहार का आरोपी वाराणसी से अरेस्ट, 80 ग्रुप में जुड़े थे 35 हजार लोग
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश एसटीएफ की वाराणसी यूनिट ने पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार है. आरोपी हंस रंजन कुमार मुजाहिदपुर (परवत्ता) खगड़िया बिहार का रहने वाला है. आरोपी को एसटीएफ ने वाराणसी कैण्ट क्षेत्र के चर्च के पास से गिरफ्तार किया है. उनके पास से एसटीएफ ने मोबाइल, डेबिट कार्ड, डीएल, पासपोर्ट और पैनकार्ड बरामद किया है.
इंस्पेक्टर हंसराज ग्रुप नाम से चला रहा था ग्रुप
एसटीएफ के वाराणसी यूनिट को शिकायत मिली थी कि व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर ग्रुप में जोडे जाने के नाम पर महिला अभ्यर्थियों से ₹ 500 और पुरूष अभ्यर्थियों से ₹ 1 हजार यूपीआई (फोन-पे) के माध्यम से लिया रहा है. वहाट्सएप ग्रुप से जुडे अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर पैसे की मांग की जा रही है. सूचना पर इंस्पेक्टर पुनीत परिहार ने जब जांच शुरु की तो पता चला कि इस ग्रुप एडमिन ने अपना नाम ‘‘इंस्पेक्टर हंसराज ग्रुप’’ के नाम से चल रहा है.
जब ग्रुप एडमिन के संबंध में और गहन छानबीन की गयी तो पता चला कि हंसरंजन कुमार यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा है और इसका वाराणसी में भी अभ्यर्थियों से मिलना-जुलना है. जिसके बाद सूत्रों से सूचना मिली कि वाराणसी के थाना कैण्ट के चर्च के पास आने वाला है.
80 ग्रुप में जुड़े थे 35 हजार लोग
यूपी एसटीएफ ने जांच में बताया कि गिरफ्तार हंस रंजन कुमार ने लगभग 7-8 माह पूर्व अपने मोबाइल नंबर से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये अलग-अलग लगभग 80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप बनाया गया था, जिसमें लगभग 35000 लोगों को इसके द्वारा जोड़ा गया था. आरोपी पता करता था कि कौन सी प्रतियोगी परीक्षा कब और कहां होनी है. इसके अनुसार उस प्रतियोगी परीक्षाओं के सम्बन्ध में एक संक्षिप्त विवरण बनाया जाता था कि प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र जिसको चाहिए वह अभ्यर्थी उसके यूपीआई अथवा क्यूआर कोड पर निर्धारित पैसा (पुरूष-1000 व महिला 500 रुपए) भेजकर उसके व्हाट्सएप/टेलीग्राम ग्रुप का सदस्य बन सकता है. जो अभ्यर्थी उसके ग्रुप/चैनल का सदस्य रहेगा, उसे ही परीक्षा से एक दिन पूर्व प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया जायेगा. इसके उपरान्त इस संदेश के साथ अपना क्यूआर कोड सभी ग्रुपों में भेज दिया जाता था. कई अभ्यर्थी इसके झांसे में आकर इसके द्वारा भेजे गये क्यूआर कोड में इसके द्वारा बतायी गयी धनराशि भेज कर इसके ग्रुप का सदस्य बन जाते थे. परीक्षा होने के उपरान्त जो अभ्यर्थी इसको पैसा देकर ग्रुप का सदस्य बनते थे और प्रश्नपत्र न प्राप्त होने पर जब अपना पैसा वापस मांगते थे, तो उसके द्वारा टालमटोल कर दिया जाता. ऐसे ही यह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में ठगी करता था.
जैसे ही इसे जानकारी हुई उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती हेतु माह अगस्त 2024 में परीक्षा होनी है. इसके दृष्टिगत इस परीक्षा में भी ठगी करने हेतु सक्रिय हो गया और इस परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र परीक्षा के एक दिन पूर्व उपलब्ध कराये जाने के नाम पर अपने द्वारा बनाये गये व्हाट्सएप/टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से ठगी करने लगा. इस दौरान इसने हजारों अभ्यर्थियों से लगभग ₹ 20 लाख (बीस लाख रूपये) प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर लिया जा चुका है. इसी क्रम में वह 24 अगस्त को वाराणसी आया हुआ था. गिरफ्तार आरोपी के विरुद्ध कैंट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
वाराणसी: खराब सड़क और जलजमाव से परेशान लोगों ने मुडादेव तिराहे पर किया प्रदर्शन, बोले- दशकों से है समस्या
वाराणसी, भदैनी मिरर। राजकीय कन्या इंटर कॉलेज टिकरी से लेकर मुडादेव तिराहा तक जर्जर सड़क पर हो रहे जलजमाव से परेशान स्थानीय लोगों का आक्रोश उबल पड़ा. वह सड़क पर ही बेंच लगाकर धरने पर बैठ गए. स्थानीय लोगों ने समस्या दूर करने का नारा लगाने लगे. दशकों से इस समस्या से जूझ रहे लोगों का कहना है कि सड़क बनवाने में आखिर इतनी दिक्कत क्यों? यह लापरवाही जनप्रतिनिधि की है या पीडब्ल्यूडी की समझ नहीं आती. सूचना मिलते ही मौके पर चितईपुर इंस्पेक्टर संजय मिश्र पहुंचे. उनके आश्वासन पर करीब 2 घंटे बाद स्थानीय लोगों ने विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा को संबोधित ज्ञापन इंस्पेक्टर को सौंपकर धरना समाप्त किया.
ग्राम प्रधान मुडादेव रमेश कुमार साहनी ने बताया कि करीब 1700 मीटर की सड़क खराब है. तत्कालीन और वर्तमान विधायक के पास सैकड़ों बार पत्रकार कर चुके है. कई बार विधायक के आवास पर जाकर भी पत्र दे चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होगी. पीडब्ल्यूडी कई बार रिपोर्ट भेज चुकी है. जबकि इस रोड पर करीब पांच विद्यालय संचालित हो रहे है. उन्होंने कहा कि यदि दस दिन के भीतर यह समस्या दूर नहीं होती है तो हम इससे बड़ा आंदोलन करेगी.
विष्णुकांत सिंह पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बताया कि यह समस्या दशकों से है. हम लगातार पूर्व से लेकर वर्तमान तक के जनप्रतिनिधियों से पत्राचार किए है, बाबजूद इस समस्या का स्थाई तो दूर वैकल्पिक हल भी नहीं निकल रहा है. आरोप लगाया है कुछ दिन पहले से क्षेत्र के कॉलेज में आए स्थानीय विधायक ने रोड की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ. बरसात के मौसम में हो रही समस्या से बच्चों और महिलाओं को काफी दिक्कत हो रही है. स्कूल जाने वाले बच्चे गिरकर चोटिल हो रहे है.
उन्होंने कहा कि यह सड़क दार्शनिक शुलटकेश्वर मंदिर का मुख्य मार्ग है. इस लिहाज से इस रोड का चौड़ीकरण और शिवर की सफाई अत्यंत आवश्यक है. प्रदर्शन में शोभनाथ पटेल पूर्व प्रधान सरायडंगरी, राम अनुज पटेल, शशि सिंह, आनंद पटेल, झब्बर यादव, शिवकुमार पटेल, सुधा त्रिपाठी, रामधनी पाल सहित आदि लोग मौजूद रहे.
वाराणसी: दशाश्वमेध एरिया में दिनदहाड़े फायरिंग करने वाला ₹ 1 लाख का इनामी अपराधी अरेस्ट, UP-STF ने झारखंड से किया गिरफ्तार
वाराणसी, भदैनी मिरर। दशाश्वमेध एरिया में दिन-दहाड़े दिनेश यादव के घर पर चढ़कर फायरिंग करने वाला ₹ 1 लाख रुपए के इनामी अपराधी अंकित यादव को UP-STF ने अन्नपूर्णा नगर कॉलोनी पाकुर (झारखण्ड) से गिरफ्तार किया है. आरोपी घटना के बाद से ही झारखंड में छिपकर रह रहा था. यूपी एसटीएफ आरोपी को थाना पाकुर नगर कोतवाली (झारखण्ड) में दाखिल कर न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड ले रही है. आरोपी लक्ष्मीकुंड (लक्सा) निवासी अंकित यादव पुत्र बंशी यादव के रूप में हुई है.
वसूली का काम करता है अंकित
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक शैलेश प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव ने सूचना संकलित किया. सूचना के आधार पर यूपी-एसटीएफ ने आरोपी अंकित की गिरफ्तारी की है. अभिसूचना संकलन एवं गिरफ्तार अभियुक्त से पूछतांछ से पाया गया कि अंकित यादव एक मनबढ किस्म का दबंग अपराधी है. इसका अपने क्षेत्र के कुछ मनबढ किस्म के लडको का एक गैंग बनाया है. यह गैंग आस-पास को लोगों से वसूली आदि का काम करता है. आस-पास के लोगों में इसका इतना भय है कि लोग इसकी शिकायत पुलिस से करने में डरते थे. इसके विरूद्ध कैंट, कोतवाली सहित कई थानों में कई मुकदमें पंजीकृत हैं.
तीन लोग गोली लगने हुए थे घायल
दशाश्वमेध के दिन-दहाड़े अंकित यादव ने अपने गैंग के साथियों के साथ मिलकर अपने प्रतिद्वंदी दिनेश यादव के घर पर चढ़कर जान मारने की नियत से अन्धाधुन्ध फायरिंग की थी. जिसमें दिनेश यादव सहित कुल 3 लोग गोली लगने से बुरी तरह से घायल हो गये. मौके पर दहशत का माहौल पैदा हो गया. इस मामले में अंकित यादव के कई साथियों को दशाश्वमेध पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. घटना के बाद तत्कालीन दशाश्वमेध थानेदार को पुलिस कमिश्नर ने लाइन हाजिर करते हुए तत्कालीन चौकी प्रभारी को सस्पेंड किया था.
UP Police Exam: वाराणसी के 80 सेंटरों पर होगी भर्ती परीक्षा, ड्रोन से होगी निगरानी, DM बोले- तैयारी पूरी
वाराणसी, भदैनी मिरर। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने संयुक्त और अलग-अलग बैठकें कर सुरक्षा और कानून- व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देश दे चुके है. वाराणसी में यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा 80 सेंटरों में होगी. सर्वाधिक काशी जोन में 53 केंद्र बनाए गए है, जबकि वरुणा जोन में 17 और गोमती जोन में 10 सेंटर बनाए गए है. परीक्षा को लेकर पुलिस के अफसरों ने रिहल्सल भी कर लिया है.
33 लाख से ज्यादा है अभ्यर्थी
वाराणसी में यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 23 अगस्त से 25 अगस्त और 30 व 31 अगस्त को दो-दो पालियों में होगी. जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि जिले में आयोजित परीक्षा में कुल 3 लाख 39 हजार 840 अभ्यर्थी भाग लेंगे. यह परीक्षा सुबह 10 से 12 और दोपहर में तीन से पांच बजे तक होगी. सभी 80 सेंटर पर सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा फ्लाइंग स्क्वाड के रूप में डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी तैनात रहेंगे.
CCTV और ड्रोन से होगी निगरानी
पुलिस कमिश्नर ने बुधवार रात अपने कैंप कार्यालय पर पुलिस अधिकारियों और थाना प्रभारियों संग बैठक की. बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा आयोजित परीक्षा में भर्ती बोर्ड के निर्देशों का अक्षरशः पालन हो. उन्होंने स्पष्ट कहा कि 5 वर्षों में पकड़े गये नकल माफियाओं पर पुलिस की सतर्क दृष्टि है. परीक्षा केन्द्रों के आस पास साइबर कैफे, फोटोस्टेट और वाहन स्टैंड सहित अन्य महत्वपूर्ण व संवेदनशील स्थानों पर यूपी- 112 की गाड़ियाँ तैनात होगी. परीक्षा के दौरान कानून व्यवस्था एवं यातायात के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों के आवागमन मार्गो पर सीसीटीवी व चिन्हित हॉटस्पाट्स पर ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सोशल मीडिया पर सख्त नजर रहेगी. परीक्षा से सम्बन्धित किसी भी अफवाह को फैलाने वालों पर विधिसम्मत कार्यवाही होगी.
सुरक्षा नहीं तो काम नहीं: BHU के रेजिडेंट डॉक्टरों ने VC आवास तक निकाला कैंडल मार्च, अस्पताल में पुख्ता सुरक्षा की मांग
वाराणसी, भदौनी मिरर। लालबाजार (कोलकाता) के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग के स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना के बाद सामने आए पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरे देश को झकझोर दिया है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के जूनियर चिकित्सक सुरक्षा की गारंटी की मांग को लेकर पिछले छह दिनों से कार्य से विरत है. भारी संख्या में पुरुष चिकित्सकों के साथ महिला जूनियर चिकित्सक भी नारेबाजी करते हुए रविवार को कुलपति (VC ) आवास तक कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान चिकित्सकों ने नारेबाजी की.
सुरक्षा नहीं तो काम नहीं
मार्च का नेतृत्व कर रहे चिकित्सक ने स्पष्ट रुप से कहा कि जब तक सुरक्षा नहीं मिलती तब तक काम नहीं करेंगे. इतना ही नहीं चिकित्सकों का आरोप था कि छह दिनों से चल रहे हड़ताल के बाबजूद भी कुलपति या उनका कोई नुमाइंदा हमसे बात तक करने नहीं आया. इस दौरान 1 हजार चिकित्सकों के हस्ताक्षर का पत्र भी कुलपति आवास को सौंपा गया.
रात में सुरक्षा बढ़े
आईएमएस बिल्डिंग से शुरु हुई रैली से पहले चिकित्सकों ने एक सभा का आयोजन किया. पहले ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स घटना को याद कर श्रद्धांजलि दी. फिर हाथ में कैंडल लेकर विरोध मार्च निकाला. डॉक्टरों ने मांग किया कि अस्पताल में सुरक्षा चाहिए इसको लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार को पहल करनी चाहिए.
चिकित्सकों ने मांग किया कि रात में किसी भी महिला चिकित्सक की अकेले ड्यूटी न लगे. अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे बढ़ाएं जाए. सीसीटीवी कैमरे की लगातार निगरानी होती रहे. रात में सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ाई जाए.
इसके अलावा हड़ताल पर हुए डॉक्टरों की मांग है कि अस्पताल में हुए दरिंदगी मामले में जिन भी अधिकारियों ने लापरवाही बरती है उन पर कड़ी कार्रवाई किया जाए. वही उन्होंने यह भी मांग की है, कि कोलकाता जैसी घटना देश में दोबारा ना हो इसके लिए सरकार अस्पताल परिसर में महिला डॉक्टरों की सुरक्षा को पुख्ता करें.
चार पहिया से सिपाही को मारी टक्कर: फोन कर कहा…मिर्जापुर कप्तान का स्टोनो हूं, तुमको समझा दूंगा
वाराणसी, भदैनी मिरर। कोतवाली थाने पर तैनात सिपाही विकास कुमार 14 अगस्त की रात करीब 8 बजे सर्किट हाउस ड्यूटी करने जा रहे थे. वह जैसे ही चौकाघाट पार करते हुए ताड़ीखाना तिराहा पहुँचने वाले ही थे कि पीछे से आ रही तेज गति से बिहार नंबर की चार पहिया वाहन सिपाही के बाइक में टक्कर मार दी. टक्कर लगते ही बाइक सामने खड़ी टोटो से टकराई. जिसके बाद सिपाही को हाथ और पैर में गंभीर चोट आ गई.
कार सवारों ने की गाली-गलौज
दुर्घटना के बाद तैनात ट्रैफिक सिपाही और स्थानीय लोगों ने मिलकर सिपाही को उठाया. सिपाही ने कार सवारों को अपने लेन में धीरे चलने को कहा तो वह गाली-गलौज करते हुए धमकी देने लगे. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सिपाही का पास में मौजूद मेडिकल स्टोर से प्रारंभिक इलाज करवाए.
फोन कर भी धमकाया
सिपाही विकास कुमार का आरोप है कि उन्हें दो अज्ञात नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को मिर्जापुर के कप्तान का स्टोनो बताते हुए धमकी देने लगा कि जो तुम्हें करना है कर लों तथा तुम किस बैच के हो अपना पीएनओ नम्बर बताओ. तुम्हे पता नहीं है कि किससे बात कर रहे हो तुम एक स्टोनो से बात कर रहे हो. आरोप है कि धमकी देते हुए फोन करने वाले ने कहा कि चार दिन विभाग में आए नहीं हुआ तुमको समझा दूँगा.
सिपाही के शिकायत पत्र पर कोतवाली थाने में बीएनएस की धारा 281, 125 (A), 125 (B), 324 (2), और 351 (4) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
वाराणसी: जाम छुड़ाने के दौरान विधायक के ड्राइवर से उलझना दरोगा को पड़ा भारी, हुआ निलंबित
वाराणसी, भदैनी मिरर। भाजपा से कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव के ड्राइवर से नोंकझोंक करना संकटमोचन (लंका) थाने पर तैनात दरोगा अजय पांडेय को महंगा पड़ गया है. शनिवार को संकटमोचन मार्ग पर भीषण जाम था. जाम में जनता परेशान थी. जिसके बाद पुलिस जाम छुड़वाने निकली. गाड़ी बढ़ाने के दौरान दरोगा से नोंकझोंक हो गई. विधायक ने दरोगा पर ड्राइवर से दुर्व्यवहार की शिकायत पुलिस कमिश्नर से कर दी.
जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर ने जांच करवाते ही तत्काल दरोगा प्रशांत पांडेय को निलंबित कर दिया. प्रशांत पांडेय संकटमोचन चौकी पर तैनात था और भीड़ को नियंत्रित करने के चक्कर में ड्राइवर से कार हटाने को लेकर उलझ गया था.
निलंबन के बाद विभाग में चर्चाओं का बाजार गर्म है. राजनेताओं के प्रभाव में लगातार पुलिस विभाग पर कार्रवाई हो रही है. कुछ दिन पूर्व ही मेयर के परिचितों की कार थाने ले जाने के मामले में भी इंस्पेक्टर को निलंबित होना पड़ा था.