वाराणसी, भदैनी मिरर। एक तरफ जहां पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी बार जीतकर 18 जून को वाराणसी पहुंचने पर किसान संवाद कार्यक्रम आयोजित करेंगे. वहीं विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित किसान विरोध की रणनीति बना रहे है. यह किसान पहले पीएम मोदी से मिलकर अपनी तकलीफ कहना चाहते थे, लेकिन समय न मिलने से क्षुब्ध किसान अब विरोध दर्ज करवाएंगे. रविवार को संयुक्त किसान-मजदूर मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को सुबह 8 बजे बैरवन में बैठक आहूत हुई.
मशाल जुलूस निकालकर करेंगे विरोध
बैठक में किसान नेताओं ने फैसला लिया कि बकरीद जैसे संवेदनशील त्योहार को देखते हुए विविध योजनाओ के नेतृत्वकर्ताओं ने 17 जून को कचहरी मुख्यालय के प्रदर्शन को परिवर्तित कर 17 जून को प्रभावित 11 क्षेत्र में सायं 5 बजे एक साथ मशाल जुलूस निकालने का निर्णय लिया। अगले दिन 18 जून को सभी 11 योजनाओं से प्रभावित किसान अपना-अपना खसरा, खतौनी एवं जोतबही लेकर असली किसान संवाद राजातालाब तहसील मुख्यालय पर किसान अपने-अपने क्षेत्र से ढोल नगाड़ा के साथ जुलूस लेकर पहुंचेगे और विरोध दर्ज करवाएंगे.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना” ने कहा कि नरेन्द्र मोदी को वाराणसी के किसानों ने उनके किसान विरोधी कर्मो का जबाब उनके लोकसभा चुनाव में उनके खिलाफ मतदान करके दिया लेकिन वे सबक लेने की जगह असली किसानो से संवाद न कर उनकी समस्या समाधान की जगह तुरंत इवेंट मैनेजमेंट शुरू कर किसानों के जले पर नमक लगाने का कार्य कर रहे हैं. इसका जबाब वाराणसी का किसान 18 जून को सड़क पर उतरकर दिखायेगा और भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर उन्हें सच्चाई बताने का काम करेगा. कहा कि असली किसान संवाद का आयोजन राजातालाब तहसील मुख्यालय में होगा और संयुक्त किसान मजदूर-मोर्चा के माध्यम से आईना दिखाया जायेगा. ट्रांसपोर्ट नगर की महिला किसान छन्नी देवी,सुनीता देवी,अर्चना पटेल एवं निर्मला देवी ने कहा कि हमें राशन, निधि एवं कोई सब्सिडी नहीं चाहिये हम सबको अपनी पुस्तैनी जमीन पर मालिकाना हक के साथ वैधानिक हक चाहिये.
बैठक में ट्रांसपोर्ट नगर, रिंग रोड फेज 2, स्पोर्ट्स सिटी, जीटी रोड आवासीय , काशी द्वार, वैदिक सिटी, वर्ल्ड सिटी एक्सपो, वरूणा विहार, विद्या निकेतन एवं मेडिसिटी योजना से प्रभावित किसानो की आवश्यक बैठक आयोजित हुई.
काशी द्वार के किसान पिण्ड्रा ,
रिन्ग रोड फेज 2 के किसानो ने हरसोस , स्पोर्ट्स सिटी के किसान गंजारी , जीटीरोड आवासीय योजना के किसान नकाई ग्राम , वैदिक सिटी के किसान हृदयपुर , गोबर गैस प्लांट के किसान शाहंशाहपुर , वरूणाविहार के किसान खेवसीपुर एवं वर्ल्ड सिटी एक्सपो के किसान हरहुआ में चौपाल लगाये और योजनाओ के भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 के आधार पर रद्द करने या निस्तारण करने की मांग किये।
बैठक, चौपाल एवं हस्ताक्षर अभियान में प्रमुख रूप से छेदी पटेल, अमलेश पटेल, हृदय नारायण उपाध्याय, दिनेश तिवारी, मेवा पटेल, सतीश पटेल, राजेश सिंह, प्रेम शाह, फतेनरायन सिंह पटेल , संतोष कुमार पटेल, राजीव कुमार (राजूराम), मेवा लाल, रतन लाल सेठ,राजेन्द्र पाल, नरायणी सिंह, रामजी सिंह, राधेश्याम पाल, खटाई लाल शर्मा, उदय प्रताप, रमेश पटेल, अंशु उपाध्याय, बब्लू पटेल, जय प्रकाश, राहुल पटेल, कृष्णा प्रसाद पटेल, छन्नी देवी, सुनीता देवी, लालमनी देवी, अर्चना पटेल, निर्मला देवी, दुलारी, चमेली देवी, मनभावती देवी सहित इत्यादि किसान शामिल थे।