वाराणसी, भदैनी मिरर। भेलूपुर पानी टंकी के सामने होटल निर्माण कार्य के दौरान बड़ा हादसा हुआ है. अंडरग्राउंड के लिए मिट्टी की ख़ुदाई के दौरान मिट्टी का मलबा दरकने से आधा दर्जन मजदूर दब गए है. मजदूरों के साथी फसे मज़दूरों को निकाला है. एक मजदूर की दर्दनाक मौत की भी खबर है. बबलू नामक मजदूर के मौत ही खबर है. दो मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है. सभी घायलों को ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया. मौके पर भेलूपुर पुलिस मौजूद है.
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वाराणसी: नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने वाला आरोपी अरेस्ट, वीडियो वायरल करने का भी आरोप
वाराणसी, भदैनी मिरर। चेतगंज पुलिस ने नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म कर वीडियो वायरल करने के आरोपी को अरेस्ट कर जेल भेज भेज है. चेतगंज पुलिस ने लकडीमण्डी तिराहे से आगे हनुमान जी के मन्दिर के पास से आरोपी को मुखबिर की सूचना पर पकड़ा है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस से आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है.
जानकारी के अनुसार 3 नवंबर को चेतगंज पुलिस ने तहरीर के आधार पर नितेश चौहान निवासी पियारिया पोखरी के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी, पाक्सो एक्ट, और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अलावा एससी-एसटी में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. आरोप था कि पीड़िता को नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किया गया और उसका वीडियो बनाकर वायरल किया गया. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामले की जांच एसीपी चेतगंज कर रहे थे.
प्रभारी निरीक्षक चेतगंज दिलीप कुमार मिश्रा ने मामले में आरोपी के गिरफ्तारी के निर्देश दिए. जिसके बाद चौकी प्रभारी तेलियाबाग मीनू सिंह, प्रशिक्षु दरोगा संदीप चौरसिया और हेड कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार यादव, कांस्टेबल राजविलास के साथ मुखबिर की सूचना पर अरेस्ट कर जेल भेज दिया है.
वाराणसी: हाथी बाजार में बदमाशों ने कई राउंड की फायरिंग, बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस
वाराणसी में उपचार के दौरान महिला दरोगा का निधन, गर्भावस्था की जटिलता बनी वजह
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी कमिश्नरेट के लोहता थाने पर तैनात वर्ष 2023 बैच की महिला दरोगा रेणु विश्वकर्मा का उपचार के दौरान मंगलवार शाम बीएचयू में निधन हो गया. सूचना मिलते ही एसीपी रोहनिया संजीव शर्मा और प्रभारी निरीक्षक रोहनिया प्रवीण कुमार अस्पताल पहुंचे. एसीपी ने परिजनों को ढांढस बंधवाया.
जानकारी के अनुसार रेणु विश्वकर्मा 2 महीने की गर्भवती थी. रेणु को बीती रात पेट मे दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद उन्हें मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा ले जाया गया था, वहाँ से डाक्टरों ने उन्हें बीएचयू रेफर कर दिया.
बीएचयू में उपचार के दौरान मंगलवार शाम 7:30 के करीब उनका निधन हो गया. जानकारी के अनुसार उनका गर्भ फैलोपियन ट्यूब में फंस गया था इसी कारण पूरे शरीर मे इंफेक्शन फैल गया. डाक्टरों के अथक प्रयास के बाद भी मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर हो गए जिस कारण होनहार सब इंस्पेक्टर रेणु विश्वकर्मा का निधन हो गया.
वाराणसी: खून से लथपथ राजेंद्र का शव मिलने से फैमिली मर्डर की गुत्थी उलझी, आखिर किसने किया सबका खत्मा?
वाराणसी, भदैनी मिरर। भदैनी (भेलूपुर) पॉवर हाउस के सामने राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू (45), पुत्र नवनेंद्र गुप्ता (25), पुत्री गौरांगी (17) और पुत्र सुबेंद्र (15) की गोली मारकर हत्या के बाद पति राजेंद्र गुप्ता का रोहनिया के अखरी चौकी अंतर्गत लठिया स्थित देवनगर कॉलोनी में निर्माणाधीन मकान में मच्छरदानी लगाकर सोते हालत में खून से लथपथ हालत में शव मिलने से पूरे घटना की गुत्थी उलझ गई. अब लोग इसमें साजिश की बातें भी कहने लगे है. घटना की सूचना पाकर मौके पर संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉक्टर के. एजीलरसन, एडिशनल सीपी एस चिनप्पा, डीसीपी वरूणा जोन चंद्रकांत मीणा, एडीसीपी वरुणा टी सरवरन और पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल पहुंचे.
जानकारी के अनुसार भदैनी स्थित मकान में पत्नी और उसके तीन बच्चों की हत्या के बाद पति राजेंद्र गुप्ता का नाम आया था. जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम सर्विलांस की मदद से रोहनिया थाना क्षेत्र के रामपुर लाठियां स्थित उसके निर्माणाधीन मकान पर पहुंची. टीम ने देखा कि मकान के अंदर चौकी पर लगे मच्छरदानी के अंदर खून से लथपथ उसका भी शव पड़ा हुआ है, उसे भी गोली लगी है. जिसके बाद से पुलिस के जांच का एंगल ही बदल गया है.
मां ने कहा बेटा आया ही नहीं
भदैनी स्थित मकान में चार लोगों की हत्या की खबर पाकर पहुंची पुलिस को जब राजेंद्र गुप्ता पर शक हुआ और पुलिस ने उनकी मां शारदा देवी से पूछताछ की तो उनकी बातें सुनकर पुलिस का माथा ठनक गया. उन्होंने बताया कि राजेंद्र दीपावली के बाद से अपने निर्माणाधीन मकान में रहने चला गया था. भाई दूज वाले दिन वह आया था. टीका लगवाने के बाद उसने प्रसाद लिया और वह फिर वापस नहीं आया. ऐसे में वह हत्या करने के लिए कब और कैसे आया.
राजेंद्र की मां शारदा देवी ने बताया कि तंत्र पूजा और ज्योतिष पर उनका परिवार विश्वास नहीं करता था, यह बातें बिल्कुल गलत है. हम लोग सिर्फ भगवान पर विश्वास रखते थे और भगवान को ही मानते थे. तंत्र साधना और यह सब चीज ना हम करते थे ना बेटा.
उन्होंने बताया कि वह मकान के दूसरे तल्ले पर अपने एक कमरे में रहती हैं. तबीयत ठीक न होने और उम्र ज्यादा होने की वजह से कमरे से कम ही निकलती है. आज सुबह जब खाना बनाने वाली आई तो उसने बहू की लाश देखकर शोर मचाना शुरू किया. इसके बाद जानकारी हुई. शारदा देवी ने यह स्पष्ट किया कि उनका बेटा राजेंद्र दीपावली और भाई दूज के दो दिन घर आया था. वह यहां रहता भी नहीं था. कभी-कभी पैसों की जरूरत पड़ने पर आता था.
पांच मर्डर से जनपद की पुलिस के माथे पर चिंता की लकीर है. सर्विलांस, क्राइम ब्रांच, जोन की क्राइम टीम, भेलूपुर पुलिस की टीमें संपत्ति विवाद, अवैध संबंध के अलावा 27 वर्ष पूर्व हुए परिवार में दो हत्याकांड के एंगल पर जांच शुरु कर दी है. पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. घटना के खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई है.
वाराणसी: युवती ने फांसी का फंदा लगाकर दी जान, चल रही थी लंबे समय से बीमार
वाराणसी, भदैनी मिरर। गौर (मतकरिया) गांव में रविवार को सोनी बिंद (20) फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली. घटना के बाद स्वजन बिना सूचना के ही शव को दाह संस्कार करने ले जा रहे थे कि जानकारी होने पर पुलिस पहुंचकर शव को कब्जे में ले ली. एसीपी (राजातालाब) अजय श्रीवास्तव, थानाप्रभारी अजयराज वर्मा व फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड ने मौके पर पहुंच जांच-पड़ताल की.
मिर्जामुराद के गौर निवासी सब्जी मंडी में काम करने वाले सियाराम बिंद की अविवाहित पुत्री सोनी एक वर्ष पूर्व लकवाग्रस्त हो गयी थी. चेहरा समेत एक हाथ व एक पैर कम काम कर रहे थे जिसकी दवा चल रही थी.
जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर स्वजन खेत में काम करने गए थे, इसी बीच युवती छत में लगी लोहे की कुंडी में रस्सी के सहारे गले में फांसी का फंदा लगाकर लटक गई. खेत से मां चंद्रावती जब घर वापस पहुंची तो बेटी के लटकते शव को देखकर शोर मचाने के साथ ही अचेत हो गयी. ग्रामीण आनन-फानन में रस्सी काट शव को नीचे उतार अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शव को अंतिम संस्कार हेतु स्वजन दोपहर में घर से निकले थे कि सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई. मृतका के भाई दीपक की तहरीर पर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया. इस बाबत थाना प्रभारी अजयराज वर्मा का कहना रहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा.
छठ के मधुर गीतों से गूंजे घर आंगन, अस्तलगामी सूर्य को अर्क देने के लिए घाटों पर मरने लगा स्थान का जनसैलाब
वाराणसी, भदैनी मिरर। डाला छठ महापर्व के दूसरे दिन, बुधवार को कार्तिक शुक्ल पंचमी पर खरना का विधान पूरा किया गया। शाम के समय व्रतधारियों ने गन्ने के रस में बनी खीर, पूड़ी और फल का प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही, 36 घंटे के निर्जल व्रत का दूसरा चरण आरंभ हो गया। आज यानी गुरुवार की शाम सूर्य देव को मुख्य अर्घ्य दिया जाएगा। व्रतधारियों ने दिनभर उपवास रखा और खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद इसे सभी में बांटा गया। प्रसाद वितरण के दौरान जरूरतमंदों का विशेष ध्यान रखा गया ताकि छठी मइया की कृपा सब पर बनी रहे। षष्ठ तिथि के अवसर पर गंगा, वरुणा, गोमती और अन्य जलस्रोतों के तटों पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ेगा जो डूबते सूर्य को जल और दूध से अर्घ्य अर्पित करेंगे। व्रतधारी महिलाएं छठ के पारंपरिक गीत भी गाती हैं। कई लोगों ने अपने घरों की छतों और आंगनों में अस्थायी छठ घाट बनाकर सूर्य पूजन की तैयारियां की हैं।
विशेष प्रसाद और पूजन सामग्री का निर्माण
बुधवार को खरना के साथ घरों में छठ के लिए विशेष भोग तैयार किया गया। प्रसाद तैयार करते समय शुद्धता का विशेष ध्यान रखा गया। महिलाएं प्रसाद के लिए ठेकुआ बनाते समय गीत गाती रहीं, जबकि पुरुष सजावट और अन्य तैयारियों में व्यस्त रहे। पीतल के डाला और सूप का विशेष महत्व होता है, इसलिए इन्हें चमकाने का काम भी किया गया।
छठ व्रत का आध्यात्मिक महत्व
महावीर पंचांग के संपादक पं. रामेश्वरनाथ ओझा के अनुसार, छठ महापर्व सूर्य षष्ठी व्रत के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व वर्ष में दो बार – चैत्र और कार्तिक मास में मनाया जाता है। इसे पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। मान्यता है कि छठ व्रत का पालन करने वाले भक्तों की सभी इच्छाएं छठी मइया पूरी करती हैं।
प्राचीन मान्यता: कर्ण द्वारा प्रारंभ हुआ छठ
लोककथाओं के अनुसार, महाभारत काल में सूर्यपुत्र कर्ण ने सर्वप्रथम छठ पूजा की शुरुआत की थी। कर्ण भगवान सूर्य के परम भक्त थे और प्रतिदिन पानी में खड़े होकर सूर्य का पूजन करते थे। यही परंपरा आज भी अर्घ्य देने के रूप में प्रचलित है।
काशी राजपरिवार की परंपरा और छठ
प्राचीन काल में काशी के राजपरिवार के लिए छठ की विशेष व्यवस्था होती थी। राजघराने की महिलाएं घाट पर स्वयं नहीं जाती थीं, परंतु उनका डाला अवश्य पहुंचाया जाता था। आज भी यह परंपरा जारी है और बलुआ घाट पर काशी राजपरिवार के लिए स्थान सुरक्षित रहता है।
ग्रामीण इलाकों में उत्साहपूर्ण तैयारियां
ग्रामीण क्षेत्रों में भी छठ पर्व की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। गंगा, गोमती, वरुणा और तालाबों के किनारे वेदियां बनाई गईं। बाजारों में पूजा सामग्री की अस्थायी दुकानें लगीं और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की।
छठ का प्रसाद मांगकर खाने की परंपरा
इस महापर्व के प्रसाद को मांगकर खाया जाता है, जो सूर्य देव और छठी मइया के प्रति श्रद्धा प्रकट करने का तरीका है। मान्यता है कि प्रसाद मांगकर खाने से शारीरिक और मानसिक दोष दूर होते हैं और ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
ठेकुआ का विशेष महत्व
छठी माता के प्रसाद में ठेकुआ का विशेष महत्व है। इसे आम की लकड़ी पर मिट्टी के चूल्हे में पकाया जाता है। ठेकुआ का आकार सूर्य के प्रतीक के रूप में माना जाता है।
गुड़ की खीर का महत्व
खरना के अवसर पर गुड़ की खीर बनाई जाती है, जिसमें चावल और दूध को चंद्रमा का और गुड़ को सूर्य का प्रतीक माना गया है। मान्यता है कि छठ के प्रसाद में विशुद्धता बनाए रखने के लिए नए चूल्हे का उपयोग किया जाता है और इसे पवित्र माना जाता है।
वाराणसी: घर के बाहर हनुमान फाटक के पार्षद पर हमला, समर्थकों ने 4 हमलावरों की कर दी पिटाई
वाराणसी, भदैनी मिरर। हनुमानफाटक (आदमपुर) क्षेत्र के भाजपा पार्षद पर चार हमलावरों ने रविवार रात घर के बाहर हमला कर दिया. इस बीच बाइक से आए चारों हमलावरों को स्थानीय लोगों ने घेरकर पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया. घटना के बाद आदमपुर थाने पर पार्षद साथी और भाजपा नेताओं का हुजूम उमड़ गया. पुलिस पार्षद से मिले तहरीर के आधार पर जांच कर रही है. चारों से पूछताछ जारी है.
हनुमान फाटक के पार्षद रोहित जायसवाल ने बताया कि रात लगभग 9.30 बजे घर पर थे. इस बीच कोनिया निवासी दीनू विश्वकर्मा ने फोन करके बाहर बुलाया और
बातचीत के दौरान चारों युवकों ने अचानक हमला कर दिया. हमला देखकर वार्ड के लोगों ने बाइक सवार चारों को दौड़ा कर पकड़े. स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी कोनिया क्षेत्र के रहने वाले हैं. वह मनबढ़ और अपराधिक प्रवृत्ति के हैं.
थाने पर पहुंचे बीजेपी नेताओं और साथी पार्षद चारों पर कठोर कार्रवाई पर अड़ गए. पुलिस के समझाने पर सभी माने. पीड़ित पार्षद से मिले तहरीर के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है. एसीपी कोतवाली इशान सोनी ने बताया कि पुलिस चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
वाराणसी: शादी का झांसा देकर नाबालिग को अपहरण कर दुष्कर्म करने वाला आरोपी अरेस्ट, पीड़िता सकुशल बरामद
वाराणसी, भदैनी मिरर। घर से गुमशुदा नाबालिग किशोरी को लंका पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. इसके साथ ही जांच के दौरान पुलिस ने शादी का झांसा देकर अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को लंका पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. आरोपी की गिरफ्तारी लंका पुलिस ने लोटूबीर पुलिया के पास से किया है.
प्रभारी निरीक्षक लंका शिवाकांत मिश्र ने बताया कि सर्विलांस और सीसीटीवी के मदद से नाबालिग किशोरी के अपहरण करने वाले की तलाश शुरु की गई तो उसकी तस्दीक राहुल विश्वकर्मा निवासी छित्तूपुर के रुप में हुई. घटना के विवेचक चौकी प्रभारी बीएचयू शिवाकर मिश्रा ने आरोपी की अरेस्टिंग करते हुए नाबालिग किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया है.
प्रभारी निरीक्षक लंका ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पूर्व में भी अपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस पूछताछ में आरोपी अपने जूर्म से इन्कार करते हुए अपनी सफाई न्यायालय में देना बताया है. गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में चौकी प्रभारी बीएचयू के अलावा कांस्टेबल राकेश कुमार और सर्वेश कुमार शामिल रहे.