वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल के कॉर्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर ओमशंकर का अनशन आठवें दिन शनिवार को भी जारी रहा. जटिल हृदय रोग से निजात दिलाने वाले ओमशंकर मरीजों के लिए विभाग में बेड बढ़ाने की मांग को लेकर अनशनरत है. बाबजूद इसके विश्वविद्यालय प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रहा है. आठवें दिन शिक्षक संघ के पदाधिकारी और सदस्य कमरा नंबर 19 में पहुंचकर पहुंचकर प्रोफ़ेसर ओमशंकर के समर्थन में उपवास किया. इसके पहले अधिवक्ताओं-छात्रों के अलावा सामाजिक संगठन और कॉमेडियन अभय शर्मा भी समर्थन के है. प्रोफेसर के मांग के समर्थन में तमाम लोग सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर रहे है, शनिवार शाम होते- होते एक्स (पहले ट्विटर) पर #Varanasi Hospital Scam ट्रेड करने लगा.
समर्थन में आये विद्याधर रिटायर्ड शिक्षक गाजीपुर ने कहा कि मरीजों के हित के लिए जो चौथा और पांचवा तल हृदय रोग विभाग को देना चाहिए जोकि उनके लिए बना हैं, निदेशक के लापरवाही की वजह से मरीजों को उपलब्ध नहीं हो रहा है. इसके लिए डॉक्टर जो गरीब मरीजों के दिल पे राज करते है, उनके हित के लिए 11 तारीख से बैठे हुए डॉक्टर ओम शंकर हैं जब से हम लोग सुने अपने वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति की ओर से समर्थन देने आये है. आरोप लगाया कि सरकार के इशार पर ये एक व्यक्ति क्या कर लेगा, ये भ्रष्टाचार करते रहेंगे
और इसमें वीसी भी सम्मिलित हैं जैसा कि डॉक्टर साहब कह रहे है पेड़ कटवाना और ये जो विभाग में विभाग का निजीकरण कर रहे है जोकि जांच को भी निजी सेंटर में दे रहे हैं जो महंगी दवाइयां हैं जोकि सस्ते में मिलना चाहिए उसको भी ये लोग महंगे दाम में बेच रहे है.
पहली बार आया आईएमएस निदेशक का बयान
प्रोफेसर ओमशंकर के अनशन को लेकर मिल रहे उनके समर्थन को देखते हुए आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रोफेसर एस. एन. संखवार ने जारी किया है. कहा कि सुन्दरलाल चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी विभाग को सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में 61 वेड आवंटित किए जा चुके हैं, जो कि विभाग को पूर्व में आवंटित बेड से 13 अधिक हैं. राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के तय मानक अनुसार कार्डियोलॉजी विभाग को पहले से ही निर्धारित संख्या से अधिक बेड आवंटित किये गये हैं, जो उपयोग के लिए पूरी तरह तैयार हैं एवं इन पर किसी भी प्रकार का कोई डिजिटल लॉक नहीं लगा है. उन्होंने यह भी कहा कि कार्डियोलॉजी विभाग कुल आवंटित बेड की पूर्ण क्षमता का भी प्रयोग नहीं कर पा रहा है. निदेशक, चिकित्सा विज्ञान संस्थान, ने कहा है कि चिकित्सा अधीक्षक सर सुंदरलाल चिकित्सालय, तथा विश्वविद्यालय प्रशासन पर लगाए जा रहे आरोपों का कोई आधार नहीं है तथा यह निंदनीय हैं.
ओमशंकर की मांग है कि-
• देश में आई महामारी के बाद से के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है, जिनका बीएचयू में सस्ता इलाज और ऑपरेशन हो सके इसके लिए बेड की संख्या बढ़ाई जाए.
• लगातार 2 साल से ज्यादा समय से प्रोफ़ेसर ओमशंकर ने बेड को बढ़ाने में सभी अधिकारियों को जिनकी इसमें भूमिका होनी चाहिए, न्याय दिलाने में उनसे गुहार लगाई जो कि नाकाम साबित हुई है. आरोप लगाते हुए कहा कि इन सब के पीछे चिकित्सा अधीक्षक प्रोफ़ेसर के. के. गुप्ता का हाथ है, जिसे हटाया जाए. चिकित्साधीक्षक का कार्य बेड डिस्ट्रीब्यूशन का नहीं है, लेकिन पद का वह दुरूपयोग कर रहे है.
• प्रो. ओम शंकर का कहना है कि अक्टूबर 2023 में डीन की अध्यक्षता में कमेटी बनी, उसने सुझाव दिया कि सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक (SSB) बिल्डिंग का चौधा फ्लोर और पांचवां फ्लोर 9 मार्च को कार्डियोलॉजी विभाग को सौंप दिया जाए, लेकिन, अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट ने अभी तक कमेटी की अनुशंसा नहीं मानी. इसके उलट, ऑन्कोलॉजी सर्जरी डिपार्टमेंट को आवंटित कर दिया गया.