वाराणसी, भदैनी मिरर। संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025 पेश किया, जिसमें महिलाओं, करदाताओं, व्यापारियों, मध्यम वर्ग, किसानों, शिक्षा, हेल्थ और एमएसएमई सेक्टर के लिए कई अहम घोषणाएं की गईं। बजट की घोषणा के बाद वाराणसी के व्यापारियों, आम नागरिकों और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। आइए जानते हैं किसने क्या कहा।
बजट विकास और समावेशी वृद्धि को बढ़ावा देगा
हरिशचंद्र पी जी कॉलेज विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग प्रोफेसर जगदीश सिंह ने बजट की सराहना करते हुए कहा, “इस बजट में वित्त मंत्री ने मध्यम वर्ग का विशेष ध्यान रखा है। 12 लाख तक की आय पर कर मुक्ति से मध्यम वर्ग को भारी राहत मिलेगी और उनकी खर्च करने की क्षमता में वृद्धि होगी। यह बजट विकास और समावेशी वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए एक दूरदर्शी कदम है।”
-व्यापारियों के लिए सकारात्मक संकेत
राष्ट्रीय सचिव, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और उत्तर प्रदेश रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष, दीपक कुमार बजाज ने बजट को प्रगतिशील और “विकसित भारत 2047 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, बजट में कृषि, इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग, निवेश, तकनीकी और सरलीकरण जैसे विषयों को प्राथमिकता दी गई है, जिससे सभी वर्गों को लाभ मिलेगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने से वाराणसी और सारनाथ क्षेत्र का विकास होगा।
यह बजट विकास को बढ़ावा देगा
दशाश्वमेध व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष विनय यादव ने बजट पर कहा, “यह बजट खासकर मिडिल क्लास के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि अब उन्हें टैक्स में काफी बचत मिलेगी। यह बजट विकास को बढ़ावा देगा व आम आदमी खासकर मिडल क्लास की जेब में और पैसे बचायेगा क्योंकि अब उन्हें इनकम टैक्स की अच्छी खासी बचत होने वाली है। सरकार ने आज मध्य वर्ग को खुश करने की कामयाब कोशिश की है। आज का बजट कर प्रावधानों में किए गए संशोधन की दृष्टि से ऐतिहासिक बजट कहलायेगा। सरकार ने किसी विवादित मुद्दे को उठाने या किसी वर्ग को नाराज़ करने वाली घोषणा से दूरी बना रखने की सफल कोशिश की है।
मध्यम वर्ग के लिए बेहतरीन बजट
बिजनेस मैन सुनील कुमार उपाध्याय ने कहा, “मध्य वर्ग के लिए यह बजट एक बेहतरीन तोहफा है। 12 लाख तक की आय पर टैक्स से छूट मिलने से नौकरीपेशा कर्मचारियों को फायदा होगा।” साथ ही, उन्होंने सरकार द्वारा नए आयकर बिल का वादा किए जाने को भी सराहा।
रेल कर्मचारियों की उम्मीदों पर पानी
जोनल कोषाध्यक्ष, एन ई रेलवे मेंस कांग्रेस, प्रवक्ता-एन ई आर एम सी दुर्गेश पाण्डेय ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, रेल कर्मचारियों ने रेल हित मे विशेष आर्थिक पैकेज की उम्मीद लगाई थी, किन्तु पूंजीगत व्यय में विशेष प्रावधान के अभाव ने भारत की राज्य-स्वामित्व वाली और निजी रेलवे से जुड़ी कंपनियों जैसे आई आर एफसी ,आरवीएनएल, आईआरसीटीसी, इरकान, रेलटेल के शेयरों में बजटीय आवंटन के बाद गिरावट देखी गई है। ₹12 लाख तक की आय पर कोई आयकर न होना नौकरीपेशा लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है। वहीं मैनुफैक्चरिंग हब ,जीवन रक्षक दवाओं में छूट एक अच्छी पहल है, किन्तु मनरेगा बजट और कृषि संयंत्रों पर जीएसटी में राहत की अपेक्षा थी।
विशेषकर स्वास्थ्य और कृषि में उम्मीदें
सीए दीपक मित्तल ने बजट को मध्यम वर्ग के लिए उत्साहवर्धक बताया और कहा कि “जीएसटी छूट सीमा में वृद्धि और पेट्रोल-डीजल पर राहत की आवश्यकता थी।