वाराणसी। डॉ. भीमराव अंबेडकर के बयान पर मचे राजनीतिक घमासान के बीच, विपक्ष का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इसी क्रम में वाराणसी में समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने का प्रयास किया। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतला जलाने की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई।
“जय भीम” के नारों के साथ पुतला दहन का प्रयास
समाजवादी छात्रसभा के नेता और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विमलेश यादव ने आरोप लगाया कि संसद में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिया गया बयान डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान है। उन्होंने कहा, “बाबा साहब ने देश का संविधान बनाया, जिसे पूरा देश सम्मान की दृष्टि से देखता है। गृहमंत्री का बयान भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है। हमने इसी के विरोध में उनका पुतला फूंकने की कोशिश की।”
पुलिस और छात्रों में हुई नोकझोंक
प्रदर्शनकारी छात्र संपूर्णानंद हॉस्टल से प्रशासनिक भवन की ओर बढ़ रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रोका। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए पुतला छीन लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर सिगरा थाने भेज दिया।
पुलिस ने इस मामले में कानून व्यवस्था भंग करने का आरोप लगाते हुए सख्ती बरतने की बात कही है। वहीं, हिरासत में लिए गए छात्रों ने कहा कि यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन था, लेकिन प्रशासन ने इसे जबरदस्ती रोक दिया।