उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 14 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में मौसम में बदलाव देखा जाएगा। इस बदलाव के तहत 17 जनवरी तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के मैदानी इलाकों में बारिश होने की संभावना है। वहीं, उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ बर्फबारी भी हो सकती है।
IMD के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश में मौसम ठंडा और सर्द रहेगा, जिससे ठंड का असर और बढ़ सकता है।
तापमान में गिरावट जारी
मौसम विभाग ने रविवार को जारी अपने बुलेटिन में कहा था कि अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। ऐसे में उत्तर भारत में ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा।
15 जनवरी से हल्की राहत की उम्मीद
IMD के अनुसार, मकर संक्रांति (15 जनवरी) के अवसर पर पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। इससे ठंड का असर कुछ हद तक कम हो सकता है। हालांकि, यह राहत ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं है। 15 जनवरी के बाद फिर से तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
सावधानी और तैयारी की जरूरत
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि बदलते मौसम को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सावधानियां बरतें। विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग बर्फबारी के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और यात्रा करते समय सतर्कता बरतें। दिल्ली-एनसीआर समेत मैदानी इलाकों में बारिश के कारण ठंड बढ़ने की संभावना है, ऐसे में ठंड से बचने के उपाय सुनिश्चित करें।
आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम और ठंड में बदलाव देखने को मिलेगा। ऐसे में लोगों को मौसम की अद्यतन जानकारी पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।