वाराणसी। रामनगर के सूजाबाद वार्ड के सामने मंगलवार को गंगा किनारे एक युवक का शव पानी में तैरता मिला। रामनगर पुलिस ने शव की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की, जिससे उसकी पहचान चंदौली जिले के मुगलसराय थाना क्षेत्र के मढ़िया गांव निवासी प्रिंस पटेल (22) के रूप में हुई। वहीं पोस्टमार्टम के बाद शव रखकर परिजन प्रदर्शन करने लगे, लेकिन पुलिस के आश्वासन के बाद मान गए।
परिवारवालों ने बताया कि प्रिंस दो जनवरी को घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। उन्होंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मुगलसराय थाने में दर्ज कराई थी। परिजनों ने गांव की ही एक युवती और उसके परिवार वालों पर प्रिंस की हत्या का आरोप लगाया है।
-जूता खरीदने की बात कहकर निकला था प्रिंस
मढ़िया गांव के निवासी प्रिंस पटेल बिल्डिंग मटेरियल की दुकानों पर काम करता था। घटना वाले दिन, उसने अपनी मां धन्नो देवी से 500 रुपये लेकर जूता खरीदने की बात कहकर घर छोड़ा था। जब वह लौटकर नहीं आया, तो परिवार ने तीन जनवरी को आदमपुर थाने में तहरीर देकर गांव के कुछ लोगों पर प्रिंस को मारने-पीटने का आरोप लगाया।
परिजनों के मुताबिक, दो जनवरी को गांव की एक युवती का जन्मदिन था। उसका परिवार चंदन शहीद मजार के पास जन्मदिन मना रहा था। प्रिंस भी वहां बधाई देने गया था। वहां युवती की मां और परिवार के अन्य सदस्यों ने प्रिंस के साथ झगड़ा कर मारपीट की थी।
तीन जनवरी को परिजनों ने मुगलसराय कोतवाली की जलीलपुर पुलिस चौकी पर गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई।
रामनगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजू सिंह ने बताया कि प्रिंस की गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले से ही मुगलसराय थाने में दर्ज थी। शव के नाक से खून बह रहा था, जिससे मारपीट की आशंका जताई जा रही है। मौत की वास्तविक वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।