वाराणसी, भदैनी मिरर। आपके द्वारा भेजे गए पार्सल में नारकोटिक्स पदार्थ/ड्रग्स है ऐसा कहकर कोई आपको धमकाए तो डरे नहीं. यदि वीडियो कॉल पर थाना, पुलिस, सीबीआई, ईडी, आईबी, ट्राई, एअरपोर्ट अथॉरिटी व कस्टम आफिसर बनकर डिजिटल अरेस्ट की बात करें तो बिल्कुल सतर्क हो जाए. पूरे देश में कही भी डिजिटल अरेस्ट या डिजिटल थाने की कोई व्यवस्था नहीं है. यह बातें पुलिस कमिश्नर (सीपी) मोहित अग्रवाल ने सर्राफा व्यवसायियों की सुरक्षा व उनके व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से की गई बैठक के दौरान कही.
व्यापारियों संग डीसीपी करेंगे हर तीन महीने में बैठक
व्यापारियों और उनके प्रतिष्ठान की सुरक्षा पर चर्चा करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अपने प्रतिष्ठान पर सीसीटीवी, अलार्म सिस्टम और इलेक्ट्रानिक सुरक्षा प्रणाली (स्मार्ट लॉक, ताले, बायो-मैट्रिक्स सुरक्षा सिस्टम) का उपयोग करें. व्यापारी अपने दुकानों/प्रतिष्ठानों में सुरक्षा के दृष्टिगत अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरें लगवाएं. कैमरों को इस प्रकार स्थापित करें कि आने-जाने वाले व्यक्तियों के चेहरे व वाहनों को कैप्चर किया जा सके. व्यवसायी लेन-देन के दौरान ग्राहकों की पहचान व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी का रिकार्ड रखें. विश्वसनीय स्त्रोतों से ही माल का लेन-देन करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति से लेन-देन से बचे. उन्होंने कहा कि पुलिस ने रात्रि गश्त बढ़ा दी है. इस दौरान उन्होंने सर्किल स्तर पर प्रतिमाह व डीसीपी स्तर पर प्रत्येक 3 माह में व्यापारियों संग बैठक करने के निर्देश दिए.
दुकान के सामने न करें अतिक्रमण
इस दौरान पुलिस कमिश्नर (सीपी) ने व्यापारियों से सहयोग भी मांगा. कहा कि कमिश्नरेट पुलिस लगातार अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला रही है. कई सड़कों पर आपको अतिक्रमण खत्म होने से जाम की स्थिति में कुछ हद तक सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि आप भी पुलिस का सहयोग करें और अपने प्रतिष्ठान के सामने अतिक्रमण न करें. ग्राहकों से भी आग्रह करें कि वह दुकान के बाहर गाड़ी खड़ा न करें, जिससे अतिक्रमण न हो. वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग का ही इस्तेमाल करें. इस दौरान पुलिस उपायुक्त गोमती जोन प्रमोद कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त वरूणा जोन सरवणन टी., अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन नीतू के अलावा कई पुलिस अफसर मौजूद रहे