वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के सुदामापुर खोजवा में गुरुवार रात छोटा मालवाहक चलाने वाले 33 वर्षीय सुरेश राजभर की उनके घर के पास ही सिर और सीने में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मौके से 32 बोर के असलहे के तीन खोखे बरामद किए। हमलावरों ने युवक को घेरकर पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और फिल्मी स्टाइल में उसे तीन गोलियां मारीं। सिर और सीने से खून बहने के बाद उसकी मौत पर चिल्लाते हुए फरार हो गए।
युवक की हत्या की सूचना कंट्रोल रूम को मिली तो पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डीसीपी काशी, एसीपी भेलूपुर समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। सूचना पाकर परिजन भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और एक दूसरे से लिपटकर रोते बिलखते नजर आए। पुलिस ने हमलावरों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए। पुलिस ने सिगरेट और शराब के लिए विवाद को मुख्य वजह माना है।
परिजनों के मुताबिक, सुरेश अक्सर काम से लौटने के बाद अपने चार-पांच दोस्तों के साथ बातचीत करते थे। गुरुवार रात भी वह उन्हीं दोस्तों के साथ बैठे थे, जब किसी बात पर कहासुनी हो गई। झगड़ा बढ़ने पर सुरेश गली की ओर भागे, लेकिन कुछ ही कदम दूर फायरिंग की आवाज सुनाई दी। लोग बाहर निकले तो सुरेश खून से लथपथ पड़े थे और उनके दोस्त मौके से गायब थे। बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाने पर डॉक्टरों ने सुरेश को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने मनोज चौहान, विशाल सोनकर, कल्लू चौहान, विक्की जायसवाल, आर्यन सोनकर सतीश सोनकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
डीसीपी काशी गौरव बंसवाल ने बताया कि युवक के हमलावर उसी मोहल्ले के निवासी है और सुरेश के साथ रोज के साथी थी। इन लोगों से सुरेश का मामूली कहासुनी हुई, जिसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी। पता चला है कि कुछ दिन पहले भी विवाद हुआ था। सभी हमलावरों की तलाश की जा रही है, उनके नंबर सर्विलांस पर लगाए जा रह हैं। परिजनों ने भी उन्हीं लोगों के गोली चलाने की बात कही है जो साथ में बैठे थे।
वारदात के बाद काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल के अलावा एसीपी धनंजय मिश्रा, थानाध्यक्ष विजय शुक्ला, चौकी प्रभारी बजरडीहा सौरभ तिवारी समेत क्राइम ब्रांच की टीम जांच में जुटी रही। वहीं, फॉरेंसिक की टीम ने मौके पर साक्ष्य और फिंगर प्रिंट जुटाए। पुलिस की दो टीमें आरोपियों की तलाश में लगी है।