वाराणसी, भदैनी मिरर। दो माह पूर्व जिला जेल से जमानत पर रिहा हुए एक बंदी पर रंगदारी मांगने, न देने पर नौकरी खा जाने और हत्या कराए जाने का आरोप जेल अधीक्षक आचार्य डॉ. उमेश सिंह ने लगाया है. इस मामले में उनकी तहरीर पर लालपुर-पांडेयपुर पुलिस ने दशाश्वमेध के बड़ादेव निवासी प्रहलाद गुप्ता के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच में जुट गई है. प्रह्लाद गुप्ता दो माह पूर्व ही जेल से जमानत पर रिहा हुआ है.
दुष्कर्म के आरोप में बंद था आरोपी
जेल अधीक्षक ने पुलिस को बताया कि प्रह्लाद गुप्ता दुष्कर्म समेत अन्य आरोपों में जिला जेल में बंद था और 5 अक्टूबर को जमानत पर छूटा. रिहा होने के बाद वह उनसे तीन लाख रुपये मांग रहा है, जिसे वह अपनी कथित पत्रकारिता के लिए उपयोग करना बता रहा है.
जेल व्यवस्था बिगाड़ने की धमकी
आरोप है कि प्रह्लाद ने जेल अधीक्षक से जेल स्टाफ और बंदीरक्षकों पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया. साथ ही, ऐसा न करने पर जेल की व्यवस्था को बर्बाद करने और उनकी नौकरी खत्म कराने की धमकी दी.
वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई सूचना
जेल अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वाराणसी और चंदौली के जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी, डीसीपी (वरुणा जोन) और चंदौली के पुलिस अधीक्षक को भी इसकी जानकारी दी है. मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है.