लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जिलों में राजस्व वादों के निस्तारण की स्थिति की विशेष समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन, सम्पूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस पर आने वाले मामलों का फीडबैक साझा किया। असंतोषजनक प्रदर्शन करने वाले विभागों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, तहसीलों और थानों से स्पष्टीकरण मांगा गया।
राजस्व वादों के लिए मिशन मोड पर काम करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को राजस्व वादों के निस्तारण के लिए मिशन मोड में काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गरीबों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। प्रत्येक विभाग को जनसुनवाई को प्राथमिकता देने और अधिकारियों को जनता से समय पर मिलने की अनिवार्यता पर जोर दिया।
महाकुंभ की तैयारियों पर जोर
आगामी महाकुंभ (13 जनवरी-26 फरवरी) को लेकर मुख्यमंत्री ने व्यापक तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने इसे सिंगल-यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने की योजना पर बल दिया और तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने को कहा।
ठंड से बचाव और सड़क सुरक्षा पर निर्देश
ठंड के मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कम्बल वितरण और रैन बसेरों का सही उपयोग सुनिश्चित करने को कहा। सड़कों पर सोने वालों को रैन बसेरों तक पहुंचाने और यातायात नियमों के पालन पर जोर दिया गया।
पराली प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण पर फोकस
मुख्यमंत्री ने पराली प्रबंधन में सभी जिलों को सक्रियता दिखाने और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी 5 करोड़ से अधिक लागत वाली परियोजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
नगरीय क्षेत्रों में ट्रैफिक समाधान के निर्देश
नगरीय क्षेत्रों में ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप योजना बनाने को कहा गया।
मुख्यमंत्री ने किसानों, व्यापारियों, पटरी व्यवसायियों और श्रमिक संगठनों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने का आह्वान किया।