प्रयागराज के संगम तट पर मौनी अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन अचानक मची भगदड़ ने स्थिति को भयावह बना दिया। देर रात करीब 2 बजे अफरातफरी के चलते 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई के हताहत होने की सूचना है, जबकि कई श्रद्धालु बेहोश हो गए। हादसे के बाद पूरे महाकुंभ में शोक का माहौल छा गया।
प्रशासन हाई अलर्ट, सेना और एनएसजी ने संभाला मोर्चा
घायलों को 50 से अधिक एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि कुछ को मोटरसाइकिल से भी ले जाया गया। हालात काबू में लाने के लिए सेना और एनएसजी की तैनाती कर दी गई है।
अखाड़ों ने रोका अमृत स्नान, संतों की गहरी चिंता
महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़ों ने मौजूदा हालात को देखते हुए अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, संतजन स्नान के लिए बाहर नहीं निकलेंगे।
पीएम मोदी ने घटना पर जताई संवेदना, संयम बनाए रखने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से घटना की पूरी जानकारी ली। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम बनाए रखें।
संगम तट पर बेहोश श्रद्धालुओं का दर्दनाक दृश्य
घटनास्थल के वीडियो में देखा गया कि कई महिलाएं और बच्चे भी इस भगदड़ में घायल हो गए। कुछ श्रद्धालु बेहोश होकर गिर पड़े, जिन्हें पुलिस और स्वयंसेवकों ने तत्काल अस्पताल पहुंचाया।
महाकुंभ में हादसे से दहशत, श्रद्धालु चिंतित
जहां करोड़ों श्रद्धालु पुण्य लाभ लेने संगम पहुंचे थे, वहीं इस हादसे ने पूरे आयोजन को गमगीन कर दिया। श्रद्धालुओं के चेहरों पर भय और चिंता साफ झलक रही थी। प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि अखाड़े दोबारा स्नान के लिए बाहर निकलेंगे या नहीं।