प्रयागराज भदैनी मिरर। दक्षिण भारतीय संत नित्यानंद के दर्जनभर अनुयायी शुक्रवार को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मिलने पहुंचे थे। करीब 15 मिनट तक मुलाकात हुई। नित्यानंद के अनुयायियों ने डॉ. त्रिपाठी के साथ फोटो भी खिंचवाई और कई मुद्दों पर बातचीत भी की। इस दौरान उन्होंने ‘कैलासा’ नाम की पत्रिका को हाथों में लेकर फोटो खिंचवाई। आचार्य महामंडलेश्वर ने वीडियो संदेश भी दिया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “स्वामी नित्यानंद देश ही नहीं विश्व में भी सनातन धर्म की धर्म ध्वजा फहरा रहे हैं। उनका 200 से अधिक देशों में आनलाइन सत्संग और भजन चल रहा है। वह सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए मंदिर, गुरुकुल, आश्रम, विभिन्न भाषाओं में शास्त्र, वेद, वेदांग, श्रीरामचरितमानस और श्रीमद्भागवद् गीता सहित अन्य धर्म ग्रंथों का प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
उनके गुरुकुल में लाखों बच्चे, बच्चियां, युवक, महिलाएं और अन्य लोग रहकर सनातन धर्म के पूजा पद्धति, आचार, विचार और विधान सीख रहे हैं। आज के दौर में सनातन धर्म को मजबूत करते हुए संरक्षण की सबसे ज्यादा जरुरत है जिसे स्वामी नित्यानंद महराज दे रहे हैं।”डाॅ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि स्वामी नित्यानंद महराज ने धर्म की सेवा, प्रचार-प्रसार और आगे बढ़ाते हुए मजबूती देने के लिए नये द्वीप आकासा को नया देश बना कर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि समाज और देश में आज ऐसे लोगों की जरूरत है जो धर्म की सेवा करते हुए उसको और आगे बढ़ा सकें। स्वामी नित्यानंद महराज के शिष्यों ने धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि हमें आपके साथ की जरूरत है।