वाराणसी, भदैनी मिरर। पिता-पुत्र को गोली मारकर 131 ग्राम सोना लूटने के मामले में भेलूपुर पुलिस ने मंगलवार को सीटी कमांड सेंटर से कमच्छा तिराहे के समीप जुड़ने वाले सभी रास्तों और जिले की सीमाओं का फुटेज देखा. फिलहाल पुलिस को कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा है. वहीं, डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल ने बताया कि यह घटना किसी नजदीकी के बिना मुखबिरी के संभव नहीं है.
मुंबई के राजकपूर गुप्ता के फर्म के कर्मचारी नई बस्ती (खोजवा) निवासी दीपक सोनी कई वर्षों से ऑर्डर पर मुंबई से आभूषण लेकर आते थे. इसकी जानकारी फर्म के पुराने कर्मचारियों को थी. दो साल में फर्म से निकाले गए कर्मचारी भी पुलिस की रडार पर है. पुलिस ने राजकपूर के कर्मचारियों की सूची निकलवाई है. राजकपूर के चार भाइयों की दुकानें अर्दलीबाजार, टकटकपुर और शिवपुर में हैं, जबकि भतीजे की दुकान चौक के गोविंदपुरा में है.
घटना के खुलासे में जुटी पुलिस वाराणसी सहित आसपास के जिलों में दबिश दे रही है. एक टीम को मुंबई भी भेजा गया है. सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज पर टीम लगातार काम कर रही है. जेल में बंद शातिरों की भी पुलिस कुंडली खंगाल रही है. उनके नेटवर्क का भी पता लगाया जा रहा है. उधर, बीएचयू ट्रामा सेंटर से बदमाशों की गोली से घायल पिता दीपक और उसके पुत्र आर्यन को छुट्टी मिल गई.
बता दें, बीते रविवार की सुबह दीपक 131 ग्राम सोने का हार लेकर मुंबई से महानगरी ट्रेन से वाराणसी पहुंचे. वह अपने बेटे आर्यन के साथ स्कूटी से घर को निकले. कमच्छा तिराहे के समीप सफेद कार सवार बदमाशों ने गोली मारकर आभूषण लूट लिए.