वाराणसी, भदैनी मिरर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) का 104 वें दीक्षांत समारोह 14 दिसंबर को स्वतंत्रता भवन में प्रातः 9.30 बजे से आरंभ होगा. दीक्षांत समारोह को लेकर कुलपति प्रोफेसर सुधीर जैन ने गुरुवार को केंद्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता की. बताया कि इस वर्ष विद्यार्थियों को 14072 उपाधि प्रदान की जाएगी.
कुलपति सुधीर जैन ने बताया कि संस्थानों व संकायों में आयोजित होने वाले उपाधि वितरण समारोहों में कुल 544 पदक व पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे. मुख्य कार्यक्रम में मंच से 30 विद्यार्थी पदक प्राप्त करेंगे. प्रो. जैन ने कहा कि दीक्षांत विद्यार्थी जीवन से पुरातन बनने का एक महत्वपूर्ण व स्मरणीय अवसर होता है. उन्होंने कहा, “दीक्षांत में उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थी जीवन भर इस क्षण को याद करते हैं. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों व पुराछात्रों का संस्थान के साथ एक विशिष्ट संबंध है, ऐसा इसलिए है क्योंकि इस विश्वविद्यालय में मूल्यों व सिद्धांतों की शिक्षा देने के साथ साथ हम एक परिवार के रूप में उनका अनुसरण भी करते हैं.” कुलपति ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पुराछात्रों का आह्वान किया कि वे विश्वविद्यालय के साथ निरंतर जुड़े रह कर संस्थान की विकास गाथा में भागी बनें.
सुरक्षा फीचर शुरु कर रहा विवि
कुलपति ने बताया कि इस वर्ष का दीक्षांत समारोह में प्रदान की जा रही उपाधियों के लिहाज से अत्यंत विशेष है। उन्होंने बताया कि डिग्रियों में सुरक्षा फीचर आरंभ किए जा रहे हैं और इनके लिए एक क्यूआर कोड उपलब्ध कराया जा रहा है. इस कोड के माध्यम से शिक्षण संस्थान अथवा हमारे विद्यार्थियों को नियुक्तियां दे रहे संस्थान जानकारियों की तुरंत जांच कर सकेंगे.” यह क्यूआर कोड विद्यार्थियों के बारे में आवश्यक जानकारी जैसे पंजीकरण संख्या, कोर्स आदि की सूचना उपलब्ध कराएगा. इसके अलावा फोटोकॉपी करने पर डिग्री की प्रति पर ‘कॉपी’ अंकित होगा, जिससे उसकी अवैध नकल पर रोक लग सकेगी. डिग्रियों में सुरक्षा फीचर उपलब्ध कराना विश्वविद्यालय के कामकाज में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.
प्रख्यात वैश्विक उद्यमी तथा सुरक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख हस्ती जय चौधरी दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि हैं. क्लाउड सुरक्षा की एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय कंपनी ज़िस्केलर के सीईओ, अध्यक्ष तथा संस्थापक जय चौधरी ने वर्ष 1980 में विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (अब आईआईटी-बीएचयू) से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्राप्त की थी. सुरक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्होंने अनेक ऐसे समाधान खोजे हैं, जो उभरती तकनीकों को सुरक्षित रूप से स्थापित करने में उपयोगी साबित हो रहे हैं. उन्होंने सिक्योर आईटी (SecureIT), कोरहार्बर (CoreHarbor), साइफर ट्रस्ट (Cipher Trust) तथा एयरडिफेंस (Air Defense) जैसी कई सफल कंपनियों की स्थापना की है. इस वर्ष दीक्षांत समारोह में 8110 विद्यार्थियों को स्नातक, 5074 विद्यार्थियों को स्नातकोतर, 867 को पीएचडी तथा 21 को एम.फिल. उपाधि प्रदान की जा रही है.