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वाराणसी,भदैनी मिरर। दीपावली के अगले दिन शुक्रवार की रात इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार सुजीत पटेल पर हमला करने वाले शनिवार को सलाखों के पीछे पहुंच गए. पहले लक्सा इंस्पेक्टर दयाराम आरोपियों पर ही दया दिखाते रहे, लेकिन शनिवार सुबह जैसे ही डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल ने जैसे ही घटना की गंभीरता को समझा उन्होंने लक्सा थानेदार को फटकारा. डीसीपी की नाराजगी के बाद थानेदार हरकत में आए और आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए.
पूरी घटना पर डाले एक नजर
लक्सा के रामकुंड निवासी इलेक्ट्रानिक मीडिया के वरिष्ठ पत्रकार सुजीत पटेल के चाचा दिलीप पटेल से क्षेत्र के दबंग अवधेश पटेल उर्फ मल्लू और शीनू उर्फ उन्ना गाली-गलौज कर रहे थे. यह देखकर पत्रकार सुजीत पटेल ने मना किया तो दोनों मनबढ़ हमलावर हो गए. विवाद बढ़ता देख सुजीत के परिजन बीच बचाव करने पहुंचे. इसी बीच दोनों बदमाशों ने प्राणघातक हमला कर दिया. इस दौरान मनबढ़ों ने लूट भी कारित किया. जब परिजनों ने भी विरोध किया तो मनबढ़ों ने अगली बार जान से मारने की धमकी तक दे डाली.
दबाने की कोशिश करती रही पुलिस
घटना के तुरंत बाद सुजीत पटेल लक्सा थाने पहुंचे. उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई तो पहले पुलिस टरकाती रही. मामले की जानकारी जिले के वरिष्ठ पत्रकारों को लगी तो वह लक्सा थाने पहुंचे. एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक से बात की, आनन-फानन में सुजीत पटेल की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस खानापूर्ति करने आरोपियों के घर पहुंची लेकिन गिरफ्तारी नहीं कर सकी. इसको लेकर जिले के पत्रकार अपना आक्रोश सोशल मीडिया पर जाहिर करते रहे. कई वरिष्ठ पत्रकारों ने अफसरों को घटना की जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की.
डीसीपी ने दिए गिरफ्तारी के आदेश
मनबढ़ों के बारे में डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल को जैसे ही जानकारी हुई शनिवार सुबह लक्सा थानेदार से घटना की जानकारी ली. गिरफ्तारी न हो पाने पर नाराजगी जाहिर की जिसके बाद लक्सा पुलिस एक्टिव मोड में आ गई. दोनों आरोपी के विरूद्ध गंभीर धाराओं की बढ़ोत्तरी हुई और वह सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए. अब पुलिस दोनों के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है. सूत्रों के मुताबिक एक आरोपी पूर्व में गंभीर अपराध के आरोप में जेल जा चुका है.