वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल चंद्रप्रकाश द्वारा यूपी बोर्ड ड्यूटी में गए मुजफ्फरनगर में गत 17 मार्च की रात्रि नशे में शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को गोलियों से भूनने की घटना को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने गंभीरता से लिया है. पिछले एक महीने से छह श्रेणियों में करीब 122 पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया गया है.
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा है कि शराब पीने के आदी, दुर्व्यवहार करने के आटी आदतन गैरहाजिर रहने वाले, जिनकी भ्रष्टाचार का शिकायतें हैं तथा ऐसे कर्मचारी कार्य एवं आचरण विभाग में रहने योग्य नहीं है के विरुद्ध डीसीपी स्तर के अधिकारियों से चिन्हीकरण कराकर आख्या मांगी गई थी. जिसमें 122 पुलिसकर्मी चिन्हित किए गए हैं. उन्हें सुधरने के लिए एक महीने का समय देते हुए नोटिस जारी की गई है. इस दौरान गोपनीय टीम द्वारा उनकी निगरानी की जाएगी यदि वह पुलिसकर्मी अपने में सुधार नहीं लता है तो उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी जो बर्खास्तगी तक हो सकती है.
जिसमें शराब के आदती 7 दरोगा, 7 मुख्य आरक्षी, 7 आरक्षी और 1 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है. इसके अलावा शराब तथा गैर हाजिर होने के आदी 4 मुख्य आरक्षी और 2 आरक्षी है. इसी तरह शराब और दुर्व्यवहार के 1 आरक्षी है. भ्रष्टाचार में लिप्त 1 इंस्पेक्टर, 7 दरोगा, 4 मुख्य आरक्षी, 18 सिपाही शामिल है. आदतन गैर हाजिर रहने वाले 1 इंस्पेक्टर, 1 दरोगा, 12 मुख्य आरक्षी, पाही और 2 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है. जनता से दुर्व्यवहार करने वाले दो मुख्य आरक्षी और 2 सिपाही चिन्हित हुए है. इस तरह कुल 2 इंस्पेक्टर, 15 दरोगा, 29 मुख्य आरक्षी, 73 सिपाही और 3 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को नोटिस दी गई है.