वाराणसी, भदैनी मिरर। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और हत्या मामले में पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में आईएमएस बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टर भी उतर आए है. उनका हड़ताल मंगलवार से ही जारी है. बुधवार को भी ओपीडी की कमान कंसलटेंट ने ही संभाल रखी है.
वही, बीएचयू अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सक बुधवार को हाथों में तख्ती लेकर आईएमएस के बाहर हड़ताल पर बैठ गए. उनका सवाल था कि “जिन हाथों ने आप को बचाया, आखिर उन्हें कौन बचायेगा”. रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि आखिर ड्यूटी के दौरान हमारी सुरक्षा कौन सुनिश्चित करेगा? पिछले कई महीनों से आरजी कर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक हड़ताल पर है, उनकी कोई सुन नहीं रहा है.
हड़ताल पर बैठे मेडिसिन विभाग के द्वितीय वर्ष के रेजिडेंट डॉक्टर रजनीश कुमार सिंह ने कहा कि पिछली बार स्वास्थ्य सेवा के बिगड़ते स्थिति को देखते हुए हम लोगों ने हड़ताल खत्म कर दिया था. लेकिन पिछले दिनों स्त्री एवं प्रसूति विभाग में एक व्यक्ति महिला डॉक्टर से बतमीजी कर दिया. उस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है. बाबजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और यह कह दिया जाता है कि जो हुआ उसे छोड़ो. आखिर यह हम कब तक सहते रहेंगे.
बताया कि हमारी मांग है कि हमें सेफ्टी प्रोवाइड किया जाए, हमारी कुछ मांगे हैं जो हमने लिस्ट आफ डिमांड्स आईएमएस को प्रोवाइड किए हैं वह मांगे हमारी पूरी हो