वाराणसी, भदैनी मिरर। एकेएफ ग्रामीण चिकित्सक मंच उत्तर प्रदेश इकाई द्वारा बाला जी नगर (लंका) स्थित फोर्ड हॉस्पिटल में सोमवार को यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों का सम्मेलन किया गया. इस सम्मेलन में बतौर प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर आलोक तिवारी मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि संस्था 14 राज्यों में 60 लाख सदस्यों के साथ कार्य कर रही है.
सम्मेलन में बताया गया कि बड़े ही आसान शब्दों में जनता “झोलाछाप” कह देती है, लेकिन यह समझने की जरूरत है कि ‘झोलाछाप’ आए कहा से? जैसे भगवान राम को केवट मिला, वैसे ही यह केवट की भूमिका में है. जो ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार देकर गंभीर हालत के मरीज के प्राणों की रक्षा करते है.
इस दौरान मांग उठा कि सरकार इन झोलाछाप डॉक्टरों को मुख्य धारा में जोड़ने के लिए हर कदम उठाना चाहिए. इस दौरान राष्ट्रीय संरक्षक डॉक्टर मिथिलेश कुमार चौबे के अलावा इस सम्मेलन मे मुख्या रूप से प्रयागराज, जौनपुर, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही, देवरिया, बस्ती, गोरखपुर जिले से सैकड़ो ग्रामीण चिकित्सक मौजूद रहे