वाराणसी। निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कॉलेज, तुलसीपुर में सोमवार को ‘सत्या फाउंडेशन’ द्वारा ध्वनि प्रदूषण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में क्रिसमस और नए साल पर पटाखों और डीजे के उपयोग को पूरी तरह से रोकने का संकल्प दिलाया गया।
विद्यार्थियों ने ली ध्वनि प्रदूषण रोकने की शपथ
सत्या फाउंडेशन के सदस्य श्री प्रणय कुमार सिंह और श्री चेतन उपाध्याय ने ध्वनि प्रदूषण के दुष्प्रभावों पर चर्चा की। इसके बाद छात्राओं ने यह प्रतिज्ञा ली कि वे क्रिसमस और नए साल सहित किसी भी अवसर पर पटाखों और डीजे का उपयोग नहीं करेंगी। साथ ही, डेसीबल और समय सीमा का पालन करते हुए, ध्वनि प्रदूषण से बचाव का हर संभव प्रयास करेंगी।
साइलेंस जोन का महत्व समझाया
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बताया गया कि शिक्षण संस्थान, कोर्ट, पूजा स्थल और अस्पताल जैसे साइलेंस जोन में किसी भी प्रकार के शोरगुल पर पूर्ण प्रतिबंध है। साथ ही, रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ध्वनि सीमा का पालन करना अनिवार्य है।
छात्राओं को ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए यूपी पुलिस की 112 गुप्त शिकायत सेवा और UPCOP एप का उपयोग करने के तरीके भी समझाए गए।
विद्यालय की प्रधानाचार्या आनंद प्रभा सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे पटाखों और डीजे का उपयोग न केवल खुद रोकें बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों और उत्सवों की ध्वनि केवल आयोजन स्थल तक सीमित होनी चाहिए। दूसरों के कानों तक जबरन शोर पहुंचाना नैतिक रूप से गलत है।
कार्यक्रम में सत्या फाउंडेशन के सदस्य विशाल विश्वकर्मा, निशा सिंह, प्रणय कुमार सिंह और सचिव चेतन उपाध्याय ने सक्रिय रूप से भाग लिया। विद्यालय की सभी छात्राओं और शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई।