वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर पर कथित अपमानजनक बयान के विरोध में प्रदर्शन किया। ईकाई अध्यक्ष गौतम शर्मा के नेतृत्व में यह पद यात्रा छात्रसंघ भवन से विश्वविद्यालय परिसर में स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तक निकाली गई।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर गृह मंत्री अमित शाह की तस्वीर अर्पित कर विरोध जताया। उन्होंने कहा, “अमित शाह की यही औकात है कि वह बाबा साहब के चरणों में रहें। हम बाबा साहब और संविधान का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने गृह मंत्री से देशवासियों से माफी मांगने की मांग की।
राहुल गांधी को बताया संविधान का संरक्षक
ऋषभ पांडेय ने कहा कि एनएसयूआई के नेता राहुल गांधी संविधान का सम्मान करते हैं और हमेशा उसकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। एनएसयूआई के कार्यकर्ता संविधान और डॉ. अंबेडकर के सम्मान के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय, ईकाई अध्यक्ष गौतम शर्मा, संदीप पाल, सुमित सिंह, आशुतोष पांडेय, आशीष मौर्य, कारण प्रजापति, हिमांशु पांडेय, और प्रिंस यादव सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
एनएसयूआई ने जताया कड़ा विरोध
एनएसयूआई ने गृह मंत्री अमित शाह के कथित बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि संविधान और उसके निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। संगठन ने इस मामले में केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई और सार्वजनिक माफी की मांग की।