वाराणसी। शहर में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी एस राजलिंगम की अध्यक्षता में पेइंग गेस्ट और होम स्टे की मान्यता प्रक्रिया को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिनका उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र को व्यवस्थित करना और पर्यटकों के ठहरने की सुविधाओं को बेहतर बनाना है।
बैठक में जिलाधिकारी ने पेइंग गेस्ट और होम स्टे की मान्यता के लिए आवेदन की प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित बनाने के लिए एक महीने की समय सीमा तय की।
उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि कोई भी फाइल अनावश्यक रूप से पेंडिंग न रखी जाए और सभी विभागों को समानांतर रूप से काम करने की हिदायत दी, ताकि आवेदन में कोई अनावश्यक देरी न हो। इसके अलावा, आवेदन के साथ पावती देने को भी अनिवार्य किया गया।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि मान्यता के नियमों और शर्तों का उल्लंघन करने पर संबंधित स्टे हाउस को बिना किसी ढिलाई के शील कर दिया जाएगा। विकास प्राधिकरण और नगर निगम को भी उचित जांच करने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा, एडीएम प्रोटोकॉल को शहर में स्थित सभी होटलों, धर्मशालाओं, पेइंग गेस्ट और होम स्टे की पूरी सूची तैयार करने का आदेश दिया गया, ताकि आगामी कुम्भ मेले के दौरान श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था को बेहतर किया जा सके।
बैठक में एडीएम प्रोटोकॉल, सचिव विकास प्राधिकरण, उपनिदेशक पर्यटन और नगर निगम के अधिकारी भी उपस्थित रहे।