Home Uncategorized PM के संसदीय कार्यालय नहीं पहुंच पाए कांग्रेसी, बोले – पहले होती गिरफ्तारी तो लाडली बहना योजना के नाम पर नहीं ठगी जाती राजस्थान और छत्तीसगढ़ की बच्चियां..

PM के संसदीय कार्यालय नहीं पहुंच पाए कांग्रेसी, बोले – पहले होती गिरफ्तारी तो लाडली बहना योजना के नाम पर नहीं ठगी जाती राजस्थान और छत्तीसगढ़ की बच्चियां..

by Bhadaini Mirror
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वाराणसी, भदैनी मिरर। बीएचयू-आईआईटी की छात्रा से कथित दुष्कर्म के मामले में भाजपा से जुड़े तीनों आरोपितों के गिरफ्तार होने के बाद मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेताओं की मांग थी कि आखिर क्या जब पार्टी से जुड़े आरोपी गिरफ्तार हुए है तो “योगी सरकार के बुल्डोजर का तेल खत्म हो गया है?” कांग्रेस पदाधिकारी हाथों में झंडे लेकर नारेबाजी करते हुए मोदी योगी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस नेताओं को रोकने के लिए पहले से ही पुलिस ने पांच बैरिकेडिंग कर घेरेबंदी कर दी थी. करीब सात थानों की फोर्स के अलावा एसीपी, एडीसीपी और डीसीपी के साथ एडिशनल सीपी कानून-व्यवस्था एस. चिनप्पा भी मौजूद रहे.

सड़क पर बैठकर की स्तुति

कांग्रेस नेताओं ने जैसे ही रामचंद्र शुक्ल चौराहे से गुरुधाम चौराहे की ओर बढ़े पुलिस ने चौराहे पर ही रोकने की कोशिश की, लेकिन पहली बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे बढ़े लेकिन पुलिस के अफसरों ने पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय से 200 मीटर पहले ही रोक दिया. पुलिस के अफसरों से कांग्रेस पदाधिकारियों की तीखी नोकझोंक हुई. कांग्रेसियों ने धक्का-मुक्की की, हालांकि पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया है. इसके बाद कांग्रेस नेता सड़क पर ही बैठ गए. सड़क पर बैठकर कांग्रेसियों ने ‘रघुपति राघव राजा राम’ की स्तुति शुरू कर दी.

लाडली बहना योजना के नाम पर ठगी न जाती लड़कियां

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजीव सिंह ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल करते हुए कहा कि जब 5 नवम्बर को पुलिस कमिश्नर से कुछ साथी मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे तो उन्होंने साफ कहा कि आरोपियों की शिनाख्त हो चुकी है, जल्द ही उनके नाम सामने आयेंगे. लेकिन उसके बाद उन्हें मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भेज दिया गया, ताकि गिरफ्तारी से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि शहर में तीन-तीन मंत्री और विधायक है. एक कमेटी बनाकर निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए कि आरोपियों का शरणदाता कौन है? उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर के मुताबिक जब 5 नवंबर को शिनाख्त हो गई थी तो चुनाव के समय गिरफ्तारी होने के बाद भाजपा की “लाडली बहना योजना” की सच्चाई सामने आ जाती और इनके हाथ से छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बच्चियां इसके योजना के नाम पर ठगी न जाती.

डीसीपी ने ज्ञापन लेकर समाप्त करवाया धरना

पुलिस के रोके जाने के बाद सड़क पर धरना दे रहे कांग्रेस नेताओं ने जमकर सरकार को खरी-खोटी सुनाई. कहा कि यही यदि विपक्ष पार्टी के किसी नेता के साथ किसी मामले के आरोपियों की फोटो होती तो भाजपा का पूरा आईटी सेल शेयर करने में जुट जाता. आज आखिर चुप्पी क्यों है?
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, प्रजानाथ शर्मा, शैलेंद्र सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं ने डीसीपी काशी जोन आर.एस. गौतम को ज्ञापन सौंपकर धरना समाप्त करवाया. कांग्रेस ने ज्ञापन में तीन प्रमुख मांगे रखी.

  1. तीनों आरोपियों के घर योगी सरकार का बुल्डोजर कब चलेगा?
  2. छात्रा को न्याय दिलाने के लिए बीएचयू गेट में बैठे छात्रों के ऊपर लिखवाए गए मुकदमें वापस हो.
  3. घटना के लीपापोती को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के जारी बयान पर दर्ज मानहानि का मुकदमा वापस हो.
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