वाराणसी,भदैनी मिरर। डीआईजी रेलवे के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के क्रम में जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. संयुक्त टीम को ट्रेन संख्या 13010 दून एक्सप्रेस के जनरल बोगी में लावारिश हालत में कछुआ से भरा बैग मिला है. रेलवे पुलिस जांच में जुट गई है.
प्रभारी निरीक्षक जीआरपी हेमंत सिंह ने बताया कि यह सफलता चेकिंग के दौरान मिली है. ट्रेन हावड़ा (कोलकाता) की ओर जा रही थी. रुटीन चेकिंग के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या 4 पर जैसे ही ट्रेन आई संयुक्त टीम बोगी में चढ़ी. कछुआ कौन तस्करी के लिए ले जा रहा था, उसका पता नहीं लग पाया है. इसकी जांच की जा रही है.
तंत्र-मंत्र से लेकर दवा तक में होता है इस्तेमाल
प्रभारी निरीक्षक हेमन्त कुमार ने बताया कि तस्करी के खिलाफ अभियान लगातार जारी है. बताया कि पकड़े गए कछुआ की संख्या करीब 35 है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 8 लाख रूपये आंकी गई है. बताया कि कछुआ का इस्तेमाल तंत्र-मंत्र, दवा सहित कई कामों में किया जाता है. इसकी तस्करी वन जीव अधिनियम 1972 के अनुसूची दो के तहत प्रतिबंधित है. इसकी तस्करी करने पर सात साल की सजा का प्रावधान है.