वाराणसी I वाराणसी में देश की पहली अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे परियोजना तेजी से चल रही है, हालांकि कुछ समस्याएं भी सामने आ रही हैं। रोपवे के टॉवर पर तार बिछाने का कार्य अब शुरू हो चुका है। इस प्रक्रिया को सुरक्षित रखने के लिए रोपवे विभाग ने कैंट से लेकर गोदौलिया तक करीब 8 किलोमीटर के एरिया को नो काइट जोन घोषित कर दिया है।
रोपवे विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे इस क्षेत्र में पतंग न उड़ाएं, ताकि रोपवे के तार में किसी भी प्रकार का मांझा न फंसे। ऐसा होने पर दुर्घटनाएं हो सकती हैं और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस सूचना को लाउडस्पीकर से लोगों तक पहुंचाया जा रहा है, जिससे गांधी नगर सहित आसपास के क्षेत्रों में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई।
रोपवे के जीएम शंभू चौधरी ने बताया कि यह कदम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। कैंट से गोदौलिया तक 15 टॉवर स्थापित किए जा चुके हैं और तार बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। टॉवरों पर चायनीज मांझे से बचने के लिए लोगों को अवेयर किया जा रहा है, क्योंकि इससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
20 दिसंबर तक ट्रायल रन की योजना है। अब तक 96 मोनोकेबल डेटाकेबल गोंडोला (केबल कार) आ चुके हैं और उनके बिछाने का कार्य शुरू हो चुका है। इसके अलावा, तीन स्टेशनों पर 14 एलिवेटर, 13 एस्केलेटर, तीन टिकट काउंटर और पांच वेंडिंग मशीनें भी जल्द स्थापित की जाएंगी। रोपवे के दूसरे चरण में गिरजाघर स्टेशन का कार्य 20 प्रतिशत पूरा हो चुका है, जबकि गोदौलिया स्टेशन के स्थानांतरण पर विचार चल रहा है।