Home अपराध वाराणसी: खून से लथपथ राजेंद्र का शव मिलने से फैमिली मर्डर की गुत्थी उलझी, आखिर किसने किया सबका खत्मा?

वाराणसी: खून से लथपथ राजेंद्र का शव मिलने से फैमिली मर्डर की गुत्थी उलझी, आखिर किसने किया सबका खत्मा?

by Bhadaini Mirror
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वाराणसी, भदैनी मिरर। भदैनी (भेलूपुर) पॉवर हाउस के सामने राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू (45), पुत्र नवनेंद्र गुप्ता (25), पुत्री गौरांगी (17) और पुत्र सुबेंद्र (15) की गोली मारकर हत्या के बाद पति राजेंद्र गुप्ता का रोहनिया के अखरी चौकी अंतर्गत लठिया स्थित देवनगर कॉलोनी में निर्माणाधीन मकान में मच्छरदानी लगाकर सोते हालत में खून से लथपथ हालत में शव मिलने से पूरे घटना की गुत्थी उलझ गई. अब लोग इसमें साजिश की बातें भी कहने लगे है. घटना की सूचना पाकर मौके पर संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉक्टर के. एजीलरसन, एडिशनल सीपी एस चिनप्पा, डीसीपी वरूणा जोन चंद्रकांत मीणा, एडीसीपी वरुणा टी सरवरन और पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल पहुंचे.

जानकारी के अनुसार भदैनी स्थित मकान में पत्नी और उसके तीन बच्चों की हत्या के बाद पति राजेंद्र गुप्ता का नाम आया था. जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम सर्विलांस की मदद से रोहनिया थाना क्षेत्र के रामपुर लाठियां स्थित उसके निर्माणाधीन मकान पर पहुंची. टीम ने देखा कि मकान के अंदर चौकी पर लगे मच्छरदानी के अंदर खून से लथपथ उसका भी शव पड़ा हुआ है, उसे भी गोली लगी है. जिसके बाद से पुलिस के जांच का एंगल ही बदल गया है.

मां ने कहा बेटा आया ही नहीं

भदैनी स्थित मकान में चार लोगों की हत्या की खबर पाकर पहुंची पुलिस को जब राजेंद्र गुप्ता पर शक हुआ और पुलिस ने उनकी मां शारदा देवी से पूछताछ की तो उनकी बातें सुनकर पुलिस का माथा ठनक गया. उन्होंने बताया कि राजेंद्र दीपावली के बाद से अपने निर्माणाधीन मकान में रहने चला गया था. भाई दूज वाले दिन वह आया था. टीका लगवाने के बाद उसने प्रसाद लिया और वह फिर वापस नहीं आया. ऐसे में वह हत्या करने के लिए कब और कैसे आया.
राजेंद्र की मां शारदा देवी ने बताया कि तंत्र पूजा और ज्योतिष पर उनका परिवार विश्वास नहीं करता था, यह बातें बिल्कुल गलत है. हम लोग सिर्फ भगवान पर विश्वास रखते थे और भगवान को ही मानते थे. तंत्र साधना और यह सब चीज ना हम करते थे ना बेटा.
उन्होंने बताया कि वह मकान के दूसरे तल्ले पर अपने एक कमरे में रहती हैं. तबीयत ठीक न होने और उम्र ज्यादा होने की वजह से कमरे से कम ही निकलती है. आज सुबह जब खाना बनाने वाली आई तो उसने बहू की लाश देखकर शोर मचाना शुरू किया. इसके बाद जानकारी हुई. शारदा देवी ने यह स्पष्ट किया कि उनका बेटा राजेंद्र दीपावली और भाई दूज के दो दिन घर आया था. वह यहां रहता भी नहीं था. कभी-कभी पैसों की जरूरत पड़ने पर आता था.

पांच मर्डर से जनपद की पुलिस के माथे पर चिंता की लकीर है. सर्विलांस, क्राइम ब्रांच, जोन की क्राइम टीम, भेलूपुर पुलिस की टीमें संपत्ति विवाद, अवैध संबंध के अलावा 27 वर्ष पूर्व हुए परिवार में दो हत्याकांड के एंगल पर जांच शुरु कर दी है. पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. घटना के खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई है.

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