लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा सरकार के खिलाफ आगामी 18 दिसंबर को लखनऊ में विधानसभा घेराव का ऐलान किया है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार, अराजकता, सांप्रदायिक नीतियों और जनविरोधी कार्यों का आरोप लगाते हुए जनता के सवालों का जवाब मांगने और सरकार को घेरने की तैयारी की है। इसी क्रम में वाराणसी जिला और महानगर कांग्रेस कमेटी ने पार्टी कार्यालय राजीव भवन में एक पत्रकार वार्ता आयोजित की, जिसमें कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई।
जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने संयुक्त रूप से बताया कि कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के आवाह्न पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें वाराणसी से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, नेता, और फ्रंटल संगठन भाग लेंगे।
इन मुद्दो पर करेंगे घेराव
- भाजपा का सांप्रदायिक एजेंडा:
कांग्रेस ने भाजपा पर धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए हिंदू-मुसलमान का मुद्दा उछालती रहती है।
- बिजली कंपनियों का निजीकरण:
बिजली दरों में बढ़ोतरी और निजीकरण के कारण उपभोक्ताओं को हो रहे नुकसान पर सवाल उठाए गए। कांग्रेस ने आगरा और ग्रेटर नोएडा में निजीकरण के असफल उदाहरणों का जिक्र करते हुए इसे सरकारी संसाधनों को चंद कंपनियों के हित में बेचने की साजिश बताया।
- कानून-व्यवस्था का पतन:
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों, अपहरण की घटनाओं और कमजोर कानून-व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार को घेरा।
- किसानों और युवाओं की उपेक्षा:
कांग्रेस ने कहा कि किसानों को खाद, फसल भुगतान और बिजली बिल में राहत देने में सरकार विफल रही है। वहीं, बेरोजगारी चरम पर है, और सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार व्याप्त है।
- बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं:
सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर सरकार की आलोचना की गई।
काशी के अक्षयवट का मुद्दा उठाया
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर काशी की आस्था से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि विश्वनाथ मंदिर परिसर में अक्षयवट वृक्ष को कॉरिडोर के नाम पर हटाया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता 15 दिसंबर को विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर अक्षयवट वृक्ष को खोजने का प्रयास करेंगे।
जनता मांगे जवाब, कब दोगे हिसाब?’
कांग्रेस ने भाजपा सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि 18 दिसंबर को विधानसभा घेराव के जरिए जनता की समस्याओं का जवाब और भाजपा सरकार के कामों का हिसाब मांगा जाएगा।
पत्रकार वार्ता में राजेश्वर पटेल, राघवेंद्र चौबे, प्रजानाथ शर्मा, सीताराम केशरी, डॉ. राजेश गुप्ता, वकील अंसारी और कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।