वाराणसी, भदैनी मिरर। जवाहर नगर एक्सटेंशन (गुरुधाम) भेलूपुर में हॉस्टल में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी करने वाली स्नेहा सिंह के डेड बॉडी से आभूषण की चोरी हुई थी. यह राज तब खुला जब मृतिका के पिता तकिया गुमटी (सासाराम) बिहार निवासी सुनील कुमार ने बेटी के आभूषण की मांग की. भेलूपुर थाने से जब उन्हें 2 फरवरी को आभूषण की पोटली दी गई तो वह सन्न रह गए. चौकी प्रभारी दुर्गाकुंड प्रशान्त शिवहरे को बताया कि यह उनकी पुत्री का आभूषण नहीं है. जिसके बाद थाने में हड़कंप मच गया.
फार्मासिस्ट ने लौटाया
पिता द्वारा पुत्री के गहने होने से इनकार करने पर भेलूपुर पुलिस शिवपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंची. शवों के कपड़े और गहने पुलिस को सौंपने के जिम्मेदार फार्मासिस्ट आलोक गुप्ता से पूछताछ की. आलोक को पहले भरोसा ही नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है. पुलिस ने मृतका स्नेहा के गले की सोने की चैन व कान की एक जोडी बाली (टाप्स) के बारे में बताते हुए कई चक्र में पूछताछ की. आलोक ने पुलिस की मदद करते हुए अपने स्तर से अपने कर्मचारियों से पता लगाया. 6 फरवरी को आलोक गुप्ता ने पुनः चौकी प्रभारी दुर्गाकुंड को बुलाकर स्नेहा के गले की चैन और कान की बाली (टाप्स) देते हुये बताया कि पोस्टमार्टम हाऊस के कमरे मे रखी टेबल के दराज में उनके यहाँ काम करने वाले परवेज को मिली थी.
तीन के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने जांच करते हुए पाया कि पोस्टमार्टम हाऊस शिवपुर में काम करने वाले रसुलागंज (छोटा मिर्जापुर) थाना अदलहाट, मिर्जापुर निवासी सम्स परवेज, भभौरा (चकिया) चन्दौली निवासी सुरेश लाल के अलावा पाण्डेयपुर (हुकुलगंज) लालपुर पाण्डेयपुर निवासी राजेश कुमार के खिलाफ दुर्गाकुंड चौकी प्रभारी प्रशांत शिवहरे की तहरीर पर बीएनएस की धारा 315, 61(2), 318 (4) और 319 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर विजय मिश्रा ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है.
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