वाराणसी, भदैनी मिरर। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने वाराणसी रेलवे स्टेशन के समीप से अवैध घुसपैठ व मानव तस्करी करने वाले गैंग के एक सदस्य की गिरफ्तारी की है. एटीएस को सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियों द्वारा सिंडिकेट बनाकर अवैध घुसपैठियों को उनकी पहचान छिपाकर, फर्जी भारतीय दस्तावेजों के आधार पर भारत में आवासित कराता है. सूचना के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर अब तक हुई 11 लोगों को गिरफ्तारी की जा चुकी है.
एटीएस अफसरों ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार अबू सलेह मण्डल, अब्दुल्ला गाजी, शेख नजीबुल हक इत्यादि द्वारा संगठित गिरोह चलाया जा रहा है. जो भारत में अवैध तरीके से रोहिंग्या व बांग्लादेशियों की घुसपैठ कराकर, उनके अवैध रुप से भारतीय दस्तावेज बनवा कर, उनको भारत के विभिन्न प्रांतो में स्थापित करने में उनकी आर्थिक मदद भी करते है. विवेचना से एक रोहिंग्या नागरिक अब्दुस सलाम मण्डल के बारे में साक्ष्य प्राप्त हुए कि उसने गिरोह के माध्यम से अवैध तरीके से भारतीय दस्तावेज बनवाए है. साथ ही स्वयं गिरोह में एक सक्रिय सदस्य की भूमिका निभाते हुए अन्य अवैध बांग्लादेशी / रोहिंग्याओ के घुसपैठ में मदद कर रहा है. पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर वाराणसी रेलवे स्टेशन के समीप से मोहम्मद अब्दुल्ला पुत्र मोहम्मद जकारिया को गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह मूल रुप से दामनखाली जनपद अकयाब, मांगडू म्यांमार का रहने वाला है एवं उसका वास्तविक नाम मोहम्मद अब्दुल्ला पुत्र मोहम्मद जकारिया है. अबू सालेह मण्डल, अब्दुल्ला गाजी आदि के द्वारा मेरा भारतीय पहचान पत्र अब्दुस सलाम मडंल पुत्र असगर मडंल निवासी दुर्गरबनकटी थाना गढ़बेटा, पश्चिम मेदनीपुर, प. बंगाल के नाम से बनवाया गया था. साथ ही गैंग के द्वारा दी गई आर्थिक सहायता से मैने पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जनपद में जमीन खरीद कर घर भी बनवा लिया है. उसके पास से एक मोबाईल फोन, तीन मेमोरी कार्ड, एक भारतीय आधार कार्ड, एक भारतीय निर्वाचन कार्ड, एक भारतीय पैन कार्ड, एक UNHCR कार्ड और नगदी बरामद की गई है.