वाराणसी। गाजियाबाद में जिस तरह से वकीलों पर बर्बरतापूर्वक लाठी चार्ज किया गया है, वह अत्यंत निंदनीय है। इस पूरे मामले की हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति से जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। उक्त बातें युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता विकास सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि वकील यदि मुकदमा स्थानांतरण करने की मांग करता है तो यह एक न्यायिक प्रक्रिया है। इसमें जनपद न्यायधीश द्वारा मुकदमा स्थानांतरित नहीं करने की जिद पकड़ना कहीं न कहीं भ्रष्टाचार में लिप्त होने का स्पष्ट संकेत दे रहा है।
इसके साथ ही मांग कर रहे वकीलों पर एक न्यायधीश की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति द्वारा लाठी चार्ज करवाना, अत्यंत ही निंदनीय और शर्मनाक है। ऐसे न्यायिक अधिकारी को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति द्वारा तत्काल उसके पद से बर्खास्त कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए।
अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि इस मामले में पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं को एकजुट होकर न्यायिक अधिकारियों के व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़नी होगी। साथ ही इस मामले में यूपी बार कौंसिल व बार कौंसिल ऑफ इंडिया को भी आगे आकर अधिवक्ताओं के हित के लिए आवाज उठाना चाहिए। साथ ही इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायमूर्ति से मिलकर गाजियाबाद के जिला जज अनिल कुमार के बर्खास्तगी की मांग की जानी चाहिए। साथ ही अब इस मामले में आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए सभी अधिवक्ताओं को एकजुट होकर आगे आकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी।