बेड को डिजिटल लॉक किए जाने से है विभागाध्यक्ष खफा


पहले भी दी थी आमरण अनशन की चेतावनी


काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के हृदय रोग विभाग के 41 बेड को डिजिटल लॉक किए जाने के मामले को एक बार पुनः कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. ओम शंकर ने उठाया है. प्रोफेसर ओम शंकर ने साफ कहा है कि मरीजों के बेड का डिजिटल लॉक न खोलकर अस्पताल के चिकिसाधीक्षक प्रो. के.के. गुप्ता नरसंहार करा रहे है. प्रोफेसर ओम शंकर ने कहा है कि यदि बेड के डिजिटल लॉक नहीं खुलते है तो वह चिकित्साधीक्षक पर सामूहिक नरसंहार का मुकदमा दर्ज करवाएंगे.
प्रोफेसर ओमशंकर ने कहा है कि पिछली बार जब मैने कुलपति आवास पर अनशन पर बैठने की घोषणा की थी तो आईएमएस बीएचयू के निदेशक एस. एन. संखवार के आश्वासन पर हमने अनशन को स्थगित कर दिया था. लेकिन धीरे- धीरे अब समय खत्म हो गया है. मैं पुनः इस बाबत विश्वविद्यालय के अधिकारियों को पत्र लिखूंगा और कार्रवाई न होने पर अनशन पर बैठने को बाध्य होऊंगा. कहा कि यह लड़ाई पिछले दो सालों से हम अपने लिए नहीं बल्कि पूर्वांचल, बिहार, झारखंड और नेपाल तक के आने वाले गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए है.


