वाराणसी, भदैनी मिरर। अपने लिए जिए तो क्या जिए, तू जी कभी जमाने के लिए! इन पंक्तियों को साकार कर रहे है पशुओं से प्रेम करने वाले वाराणसी की संस्था पेट्स आर फैमिली के सदस्य. कड़ाके की ठंड में जब लोग रात को घरों में नींद ले रहे होते है तो संस्था के लोग सड़कों पर पशुओं के जान की रक्षा करने को निकलते है. संस्था से जुड़े युवाओं का सपना है कि रात के अंधेरे में वाहन के चपेट में आने से किसी जानवर की जान न जाए.
संस्था के फाउंडर युवा समाजसेवी आदर्श पांडेय कहते है कि सड़कों पर अक्सर ही भारी वाहनों से दबकर जानवरों की मौत हो जाती है. कुछ जानवर तो बुरी स्थिति में चोटिल हो जाते है, वह असहनीय पीड़ा से गुजरते है. लेकिन वह बेजुबान हैं तो उनकी वेदना आखिर कौन सुनेगा! उनकी पीड़ा को हम लोगों ने महसूस करने की कोशिश की और वाराणसी के सड़कों किनारे रहने वाले जानवरों के गले में रेडियम बेल्ट बांधने की मुहिम शुरु की है.
आदर्श पांडेय ने बताया कि शनिवार की रात भी हम निकले और गौवंश के साथ ही छुट्टे पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट बांधा गया. रात में जब वाहनों की लाइट रेडियम बेल्ट पर पड़ेगी तो जानवर दिखेंगे और उनकी जान बचेगी.
शैलेन्द्र पाठक (निदेशक SAS एकेडमी) ने पेट्स आर फैमिली के सक्रिय सदस्य अभिनव सिंह, सौरभ यादव, कृष यादव, आदित्य, आकाश यादव, प्रियांशु, मयंक एवं आयुष श्रीवास्तव का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि समाज में जिन मानवीय पहलुओं को लोग नहीं छू पाए, उन पर यह युवा कार्य कर रहे है. इनकी मदद के लिए हम सदैव तैयार रहेंगे.
संस्था के फाउंडर आदर्श पांडे ने संस्था को दान देने के लिए परमानंद पांडेय, देवेश त्रिपाठी, शालिनी राय, अंकिता आनंद, जयंत कुमार और संतोष तिवारी को धन्यवाद दिया.