वाराणसी। नगर निगम (Nagar nigam Varanasi) ने दुकानदारों के लिए किराया जमा करने की प्रक्रिया को बेहद सरल बना दिया है। अब दुकानदारों को हर महीने जोनल कार्यालयों तक जाने की जरूरत नहीं होगी। क्यूआर कोड (क्विक रिस्पांस कोड) की सुविधा के जरिए दुकानदार अपनी दुकान पर बैठकर ही किराया जमा कर सकते हैं। निगम ने अब तक करीब एक हजार दुकानों पर क्यूआर कोड स्थापित कर दिया है, और 300 से अधिक दुकानदार इस माध्यम से किराया जमा कर चुके हैं।
इस पहल की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के जन्मदिन 17 सितंबर को विश्वेश्वरगंज मंडी से की गई थी। शुरुआत में लगभग 600 दुकानों पर क्यूआर कोड लगाए गए, लेकिन इसके बाद निगम की गति धीमी हो गई। महापौर अशोक कुमार तिवारी (Varanasi Mayor Ashok Tiwari) के निर्देश के बाद निगम ने फिर से सक्रिय होकर इस काम में तेजी लाई।
सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव ने जानकारी दी कि नगर निगम के पास कुल 1500 दुकानें हैं, जिनमें से एक हजार से अधिक पर क्यूआर कोड लगाए जा चुके हैं। बाकी दुकानों पर क्यूआर कोड जनवरी के पहले सप्ताह तक लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
दुकानदारों को मिल रही है सहूलियत
क्यूआर कोड की सुविधा से दुकानदारों को बड़ा लाभ हो रहा है। अब उन्हें किराया जमा करने के लिए अपनी दुकान छोड़कर कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है। स्मार्टफोन की मदद से वह अपनी जगह से ही किराया जमा कर सकते हैं।
घर-घर कूड़ा उठाने में भी क्यूआर कोड का उपयोग
इसके अलावा, नगर निगम ने घर-घर कूड़ा उठाने की निगरानी के लिए भी क्यूआर कोड का इस्तेमाल शुरू किया है। अब तक लगभग एक लाख भवनों पर क्यूआर कोड लगाए जा चुके हैं। हालांकि, इनमें से सिर्फ 8,000 भवनों का डाटा मिलान हो सका है।