Year Ender 2024 : साल 2024 अब बस तीन दिन बाद सभी को अलविदा कहने वाला है और इसके साथ ही नए वर्ष 2025 का आगाज होगा। यह साल वाराणसी के लिए अपराधों से भरा वर्ष रहा, जिसमें हत्या, दुष्कर्म, लूट समेत कई ऐसी अपराधिक घटनाएं घटी जिसने मानवता को झकझोंर कर रख दिया, तो कुछ वारदातों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। हालांकि, पुलिस ने कई मामलों में तेजी दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ा, लेकिन कुछ मामलों में अब अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
आइए, एक नजर डालते हैं साल 2024 (Year Ender 2024) में वाराणसी में घटी कुछ बड़ी क्राइम की घटनाओं पर, जो न केवल शहरवासियों के लिए हैरान करने वाली रहीं, बल्कि वाराणसी पुलिस (Varanasi Police) के लिए भी बड़ी चुनौती बनी।
हत्या के दिल दहला देने वाले मामले
वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के मुस्लिमपुरा इलाके में खंडहरनुमा स्थान पर 15 जनवरी को एक 20 वर्षीय युवक की हत्या और अप्राकृतिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। युवक का शव अर्धनग्न अवस्था में पाया गया था। मौके से पुलिस को नशीली सिरफ की शीशी भी बरामद हुई थी।
19 अक्टूबर की रात वाराणसी के मिर्जामुराद क्षेत्र के भिखीपुर गांव में एक युवक की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। घटना के बाद से न तो मृतक की पहचान हो पाई है और न ही मामले का कोई सुराग हाथ लगा है। स्थानीय लोगों ने सुबह युवक का शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हत्या के पीछे क्या वजह थी। अब तक न तो मृतक की पहचान हो सकी है और न ही हत्या के पीछे शामिल लोगों का पता चल पाया है।
5 नवंबर को भेलूपुर के भदैनी इलाके में शराब व्यवसायी राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोंर कर रख दिया। इस जघन्य घटना में राजेंद्र के भतीजे विक्की गुप्ता को मुख्य आरोपी बताया गया। मामले की जांच के लिए पुलिस की कई टीमें बनारस से लेकर गुजरात और दिल्ली तक भेजी गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा। इस मामले में डीसीपी काशी जोन गौराव बंशवाल की ओर से इनाम भी घोषित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर संज्ञान लिया था।
6 नवंबर को वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र स्थित हाथी बाजार में प्रॉपर्टी डीलर मनोज कुमार सिंह के कार्यालय पर अज्ञात हमलावरों द्वारा पांच राउंड फायरिंग की गई। घटना के बाद पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है। इस मामले में कोई गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।
लूट के बड़े मामले, जिनका अबतक नहीं हो सका पूरी तरह खुलासा
22 दिसंबर को भेलूपुर के कमच्छा तिराहा के पास बदमाशों ने दीपक सोनी और उनके बेटे आर्यन की गोली मारकर 131 ग्राम सोने के जेवरात लूट लिए। पुलिस घटना के बाद से सीसीटीवी फुटेज और सर्विंलांस खंगाल रही है। सूत्रों की माने तो पुलिस को कोई अहम सुराग अबतक हाथ नहीं लग पाया है। इसी मामले में तत्कालीन इंस्पेक्टर विजया कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया गया था।
इसी तरह फुलपुर थाना क्षेत्र में 20 जून को बच्चेलाल और उनकी पत्नी से बदमाशों ने दिनदहाड़े ढाई लाख रुपये लूट लिए। इस मामले में भी पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई।
सारनाथ थाना क्षेत्र के रुद्रा हाइट्स अपार्टमेंट में 7 नवंबर की रात तत्कालीन थानाध्यक्ष परम हंस गुप्ता अपने साथी धर्मेंद्र चौबे के साथ एक फ्लैट में घुसकर 41 लाख रुपये लूट ले गया। धर्मेंद्र पकड़ा गया, लेकिन परम हंस अब भी फरार है।
22 जून को नदेसर चौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडेय ने सराफा व्यापारी के कर्मचारियों से 42.50 लाख रुपये लूट लिए। उन्हें 24 जुलाई को गिरफ्तार किया गया।
वहीं, लंका थाने में तैनात प्रशिक्षु उपनिरीक्षक आशीष कुमार यादव पर हरदोई निवासी एक 28 वर्षीय युवती को शादी का झांसा देकर शोषण करने की घटना सामने आई। युवती का आरोप है कि उसकी मुलाकात उप निरीक्षक आशीष कुमार यादव से सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। आशीष ने शादी का वादा करके कई बार अलग-अलग होटलों और परिचितों के घर बुलाकर शारीरिक संबंध बनाए। इस मामले में हरदोई जिले के कोतवाली थाने में आशीष कुमार के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
प्रेमिका से मिलने पहुंचे युवक को जिंदा जलाया
1 जनवरी को चोलापुर के बेनीपुर गांव में शुभम सेठ नामक युवक को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया। इस जघन्य अपराध का मुख्य आरोपी, जो लड़की का पिता है, गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी।