
8 साल में बदली काशी की तस्वीर: वाराणसी बना ग्लोबल टूरिज्म हब, विदेशी पर्यटकों की संख्या में 34.85% की बढ़ोतरी
2023 की तुलना में 2024 में पर्यटकों की संख्या में 2 करोड़ से अधिक की वृद्धि




घाटों, कॉरिडोर और कनेक्टिविटी में सुधार से विश्वभर से बढ़ा रुझान
पर्यटन के साथ बदल रही वाराणसी की आर्थिकी और पहचान
काशी में विकास के जो काम आठ दशकों में नहीं हो सके, उसे योगी सरकार ने आठ सालों में कर दिखाया है। अब वाराणसी न केवल आध्यात्मिक राजधानी के रूप में जानी जा रही है, बल्कि एक ग्लोबल टूरिज्म हब के रूप में भी उभर कर सामने आई है। इसका प्रमाण 2024 में आए पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या से मिलता है।


पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2023 में जहां कुल 8.94 करोड़ भारतीय और विदेशी पर्यटक वाराणसी आए थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा 11 करोड़ के पार पहुँच गया। कुल 2.06 करोड़ से अधिक पर्यटकों की वृद्धि दर्ज की गई है। विदेशी पर्यटकों की संख्या में 34.85% और भारतीय पर्यटकों में 18.68% की वृद्धि हुई है।


काशी में विकास के जो काम आठ दशकों में नहीं हो सके, उसे योगी सरकार ने आठ सालों में कर दिखाया है। अब वाराणसी न केवल आध्यात्मिक राजधानी के रूप में जानी जा रही है, बल्कि एक ग्लोबल टूरिज्म हब के रूप में भी उभर कर सामने आई है। इसका प्रमाण 2024 में आए पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या से मिलता है।

पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2023 में जहां कुल 8.94 करोड़ भारतीय और विदेशी पर्यटक वाराणसी आए थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा 11 करोड़ के पार पहुँच गया। कुल 2.06 करोड़ से अधिक पर्यटकों की वृद्धि दर्ज की गई है। विदेशी पर्यटकों की संख्या में 34.85% और भारतीय पर्यटकों में 18.68% की वृद्धि हुई है।
2023 की तुलना में:
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भारतीय पर्यटक वृद्धि: +2,05,16,082 (18.68%)
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विदेशी पर्यटक वृद्धि: +1,08,035 (34.85%)
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कुल वृद्धि: +2,06,24,117 (18.73%)
बदलती काशी की तस्वीर:
काशी में परिवर्तन की ये लहर केवल संख्याओं तक सीमित नहीं है। घाटों का नवीनीकरण, विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण, शहर में बेहतर सड़क, रेलवे और हवाई कनेक्टिविटी, साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं ने वाराणसी को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आकर्षक स्थल बना दिया है।
बनारस: ग्लोबल ब्रांड
काशी ने अब आध्यात्मिकता के साथ आधुनिकता का नया आयाम छू लिया है। 'ब्रांड बनारस' न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए एक नया मॉडल बनकर उभरा है। यह केवल पर्यटन नहीं, बल्कि स्थानीय आर्थिकी को भी मजबूती दे रहा है।

