मेरे बेटे को पीट-पीटकर मार डाला, रेस्टोरेंटकर्मी के परिजन बोले हम गरीब है न साहब!




वाराणसी,भदैनी मिरर। खुशियों से अपनों को रंगने का पर्व होली सभी हर्षोल्लास के साथ मनाते है. लेकिन बीते कुछ वर्षों से इस त्यौहार को नशेडियों ने बिगाड़ दिया है. सड़कों पर हूटिंग से लेकर बाइक का स्टंट शामिल है. होली को सकुशल संपन्न करवाना पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है. होली के आड़ में न केवल अश्लीलता फैलाई जा रही है बल्कि हत्या तक नौबत आ जाती है. बात करें रविन्द्रपुरी-लंका मार्ग पर हुए हत्याकांड कांड की तो महज कपड़ा फाड़ने को मना करने को लेकर शुरु हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि अपने होटल कर्मचारी प्रियांशु को बचाने पहुंचे संदीप मिश्रा को मनबढ़ों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. हमलावरों की पिटाई से संदीप मिश्रा की मौत हो गई. हमलावरों में न तो पुलिस का खौफ था और न इस बात की चिंता कि उनके मार से किसी का जीवन समाप्त हो जायेगा.

इस घटना की तह तक जाने के लिए भदैनी मिरर की टीम ने संदीप मिश्रा के गांव चाँदपुर जाकर संदीप के परिजनों से बात की, वहां उन्होंने हत्याकांड के कई अनसुने राज़ खोलते हुए रो रोकर न्याय की गुहार लगाते रहे. पीड़ित परिजनों के जुबान सुने पूरी घटना.

