वाराणसी, भदैनी मिरर। फुलवरिया क्षेत्र निवासी दिलीप मिश्रा नामक व्यक्ति ने विजिलेंस विभाग के जूनियर इंजीनियर (जे.ई.) विकास दुबे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दिलीप मिश्रा ने आरोप लगाया है कि 26 सितंबर को दोपहर करीब 1 बजे विकास दुबे और उनके साथ दो कांस्टेबल बिना पूर्व सूचना के उनके घर में घुस गए और उनकी मां के साथ दुर्व्यवहार करते हुए गाली-गलौज की.
पीड़ित दिलीप मिश्रा का कहना है कि जब वह इस मामले में हस्तक्षेप करने बाहर आए, तो विकास दुबे ने उन्हें जबरन घर से बाहर खींचने की कोशिश की और बिजली चोरी के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी. दिलीप ने बताया कि उनका विद्युत मीटर पहले ही जल चुका था, जिसकी जानकारी उन्होंने बिजली विभाग को दी थी. विभाग के जे.ई. विमल मौर्य के निर्देशानुसार लाइनमैन ने अस्थायी रूप से बिजली की व्यवस्था की थी.
30,000 रुपये की अवैध मांग
मिश्रा के अनुसार, जेई विकास दुबे ने मामले को रफा-दफा करने के लिए 30,000 रुपये की अवैध मांग की. जब उन्होंने यह रकम देने से इंकार किया और बताया कि मीटर जलने का कारण विभाग की लापरवाही और उच्च वोल्टेज था, तो दुबे ने उन्हें और धमकाया. मिश्रा का कहना है कि वह किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार में शामिल नहीं होंगे और कानून के तहत ही काम करेंगे.
अवैध कार्रवाई की धमकी
दिलीप मिश्रा का आरोप है कि घटना के एक दिन बाद, 27 सितंबर 2024 को उन्हें फोन पर जानकारी दी गई कि उनके खिलाफ बिजली विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज कर दिया गया है. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम की रिकॉर्डिंग भी रखी है, जिसे वे अधिकारियों को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं.
शिकायत दर्ज, कार्रवाई की मांग
दिलीप मिश्रा ने इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराते हुए विजिलेंस अधिकारी पर अवैध वसूली और दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई का अनुरोध किया है.