
कॉरपोरेट प्लेसमेंट सेल को मात दे रहा योगी सरकार का सेवायोजन कार्यालय, देश-विदेश में 14,686 युवाओं को मिला जॅाब ऑफर




वाराणसी समेत पूरे उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सेवायोजन कार्यालय ने युवाओं को रोजगार दिलाने के मामले में कॉरपोरेट कंपनियों के प्लेसमेंट सेल को पीछे छोड़ दिया है। वर्ष 2024 में सरकार के प्रयासों से न केवल भारत में, बल्कि जापान, स्लोवाकिया और दुबई जैसे देशों में भी राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने युवाओं को जॉब ऑफर दिए हैं।

सेवायोजन विभाग के मुताबिक, 2024 में वाराणसी में कुल 81 रोजगार मेले आयोजित किए गए, जो निर्धारित लक्ष्य से दोगुने थे। इन मेलों में 733 कंपनियों ने हिस्सा लिया और 14,686 युवाओं को नौकरी का ऑफर दिया। इनमें 398 महिलाएं भी शामिल हैं। विदेशों में चयनित युवाओं को जहां अधिकतम ₹18 लाख वार्षिक पैकेज मिला, वहीं भारत में अधिकतम ₹6.6 लाख का पैकेज ऑफर किया गया।


सेवायोजन कार्यालय का बढ़ता प्रभाव:
वाराणसी के सहायक निदेशक (सेवायोजन) मुकेश कुमार ने बताया कि युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप नौकरियां दिलाने के लिए सरकार ने रोजगार मेलों को एक सशक्त मंच बनाया है। वहीं क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के प्रभारी दीप सिंह ने बताया कि “हमारा प्रयास रहा कि युवाओं को सिर्फ देश में ही नहीं, विदेशों में भी अवसर मिले। यह हमारी नीतियों और कार्यप्रणाली की सफलता का प्रमाण है।”

वर्ष 2024 रोजगार मेला – प्रमुख आंकड़े:
रोजगार मेलों की कुल संख्या: 81
प्रतिभाग करने वाली कंपनियां: 733
चयनित अभ्यर्थी: 14,686
पुरुष: 14,288
महिला: 398
भाग लेने वाली प्रमुख कंपनियां:
रोजगार मेलों में फ्लिपकार्ट, पेटीएम, सैमसंग इंडिया, टीम प्लस HR सर्विसेज, आयूड्स वेंचर्स, डॉक्टर लाल पैथ लैब्स, पुखराज हेल्थकेयर, शिव शक्ति एग्रीटेक, गुडविल इंडिया मैनेजमेंट, मिलेनियम स्किल्स असेसर प्रा. लि., और राष्ट्रीयकृत बैंक सहित आईटी, एजुकेशन, सिक्योरिटी, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल और हेल्थ सेक्टर की प्रमुख कंपनियों ने हिस्सा लिया।
स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की भूमिका:
भारत सरकार की इस योजना के जरिए युवाओं को विदेशों में रोजगार का अवसर दिया गया। इससे विदेशों में रोजगार पाने के इच्छुक युवाओं को मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और रोजगार का सीधा लाभ मिला।
सेवायोजन कार्यालय का यह अभियान न केवल युवाओं को उनके घर के पास रोजगार उपलब्ध कराने में सफल रहा, बल्कि उसे वैश्विक मंच पर भी ख्याति दिलाई है। योगी सरकार की सक्रिय औद्योगिक नीतियां, सशक्त लॉ एंड ऑर्डर, और बुनियादी ढांचे में सुधार ने रोजगार क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने का काम किया है।

