 
                                वाराणसी में आंधी-तूफान और वज्रपात को लेकर यलो अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
                                                
                                                 
                                                         
                                                
वाराणसी : मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ द्वारा वाराणसी जिले में 5 और 6 मई को आंधी-तूफान और 6 और 7 मई को वज्रपात की आशंका जताई गई है। विभाग ने 70 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, वहीं वज्रपात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन ने आमजन को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं:
आंधी-तूफान/चक्रवात से पहले क्या करें:
-  घबराएं नहीं और अफवाहों पर ध्यान न दें। 
-  मोबाइल पूरी तरह चार्ज रखें और SMS या रेडियो के माध्यम से सूचनाएं प्राप्त करें। 
-  जरूरी दस्तावेज और कीमती सामान जलरोधक थैले में रखें। 
-  एक आपदा किट तैयार रखें जिसमें टॉर्च, दवा, सोलर लाइट आदि हों। 

-  घर असुरक्षित हो तो पहले ही सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। 
-  घर की मरम्मत कराएं, ढीले सामानों को बांधकर रखें। 
-  मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर रखें। 
आंधी-तूफान के दौरान घर में हों तो:
-  बिजली और गैस की आपूर्ति बंद कर दें। 
-  खिड़की-दरवाजे बंद रखें। 
-  साफ पानी पीएं और अफवाहों से बचें। 
बाहर हों तो क्या करें:
-  क्षतिग्रस्त इमारतों से दूर रहें। 
-  बिजली के खंभों, तारों, पेड़ों से दूर रहें। 
-  सुरक्षित स्थान पर शीघ्र पहुंचें। 

मछुआरों के लिए निर्देश:
-  नाव या खुद को नदी में न ले जाएं। 
-  नावों को सुरक्षित स्थान पर बांधकर रखें। 
वज्रपात से बचाव के उपाय:
-  बिजली की गड़गड़ाहट और चमक दिखे तो तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं। 
-  इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बिजली से अलग करें और मोबाइल का प्रयोग न करें। 
-  नल के पानी का प्रयोग न करें क्योंकि इसमें विद्युत प्रवाह हो सकता है। 
-  कंक्रीट की दीवारों और फर्श से दूरी बनाए रखें। 
-  खेतों, तालाबों या नहर में हों तो तुरंत बाहर निकलें। 
-  किसी घायल व्यक्ति को छूना सुरक्षित है, तत्काल अस्पताल पहुंचाएं। 


