Movie prime
Ad

World TB Day 2025 : वाराणसी में मनाया गया विश्व टीबी दिवस, 310 मरीजों को पोषण पोटली बांट कर किया गया जागरूक

Ad

 
World
WhatsApp Group Join Now
Ad

Ad

वाराणसी: जिले में सोमवार को विश्व टीबी दिवस मनाया गया, जिसमें विभिन्न चिकित्सा इकाइयों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर मरीजों को पोषण पोटली वितरित की गई और टीबी उन्मूलन को लेकर व्यापक अभियान चलाया गया।

 

..

टीबी हारेगा, देश जीतेगा - जागरूकता के लिए उठाए गए कदम

Ad
Ad

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि इस वर्ष की थीम "Yes! We Can End TB : Commit, Invest, Deliver" के तहत व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाया गया। एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय, कबीरचौरा में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, वहीं हेरिटेज मेडिकल कॉलेज में जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाई गई।

Ad
Ad

 

BNS

फीडिंग इंडिया संस्था के सहयोग से टीबी मरीजों को 310 पोषण पोटली वितरित की गईं। वितरण की जानकारी देते हुए सीएमओ ने बताया कि एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय, पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (काशी विद्यापीठ, दुर्गाकुंड, शिवपुर), ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (मिशिरपुर, चोलापुर), और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (हरहुआ, चिरईगांव, पिंडरा, बड़ागांव) सहित कई चिकित्सा इकाइयों में मरीजों को यह पोषण पोटली दी गईं।

Ad

,,

100 दिवसीय गहन टीबी उन्मूलन अभियान के तहत जांच

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 7 दिसंबर 2024 को शुरू किए गए 100 दिवसीय गहन टीबी उन्मूलन अभियान के तहत अब तक वाराणसी में 6,15,733 लोगों की टीबी स्क्रीनिंग और 9,781 लोगों का नाट टेस्ट किया जा चुका है। इस अभियान का उद्देश्य टीबी के मामलों की जल्द पहचान कर उपचार सुनिश्चित करना है।

Navneeta

कैसे फैलता है टीबी और क्यों सतर्क रहना जरूरी?

डॉ. राय ने बताया कि टीबी एक संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है लेकिन शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस बैक्टीरिया के कारण होता है, जो संक्रमित व्यक्ति की खांसी, छींक या बातचीत से हवा में फैल जाता है।

टीबी केवल फेफड़ों तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह मस्तिष्क, हड्डियों, जोड़ों, किडनी, आंतों और हृदय को भी प्रभावित कर सकती है। यदि समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है, जिसे एक्सट्रा-पल्मोनरी टीबी कहा जाता है।

टीबी उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी

सीएमओ ने सभी लोगों से अपील की कि वे टीबी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें और जल्द से जल्द जांच कराएं। उन्होंने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निरंतर प्रयासों से आने वाले समय में जनपद को टीबी मुक्त बनाया जाएगा।

"टीबी हारेगा, देश जीतेगा" अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम जारी रहेंगे और टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को जल्द हासिल करने के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएंगे।

Ad

Ad

FROM AROUND THE WEB