अखरी में देसी शराब ठेका के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा, विरोध-प्रदर्शन
पुरानी जगह से हटाकर नई जगह ठेका खोलने का हो रहा विरोध




महिलाओं ने कहा-समाज पर पड़ेगा विपरीत प्रभाव, आसपास के लोगों को होगी परेशानी
पुरूषों और बच्चों में बढ़ रही नशाखोरी की प्रवृत्ति
वाराणसी, भदैनी मिरर। यूपी सरकार ने लॉटरी सिस्टम से देसी, अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकानों का आवंटन किया तो नई-नई जगहों पर दुकानें खुलनी शुरू हो गईं. इसके साथ ही अखरी में नई जगह पर देसी शराब की दुकान खोले जाने के खिलाफ महिलाएं लामबंद हो गई हैं। मंगलवार को क्षेत्र की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन कर नई जगह पर ठेका खोले जाने का विरोध किया। महिलाओं का कहना है कि शराब ने कई घरों को उजाड़ा है। हमलोगों के पति और बच्चे शराब की लत के शिकार होते जा रहे हैं। हम नई जगह पर शराब की दुकान किसी कीमत पर नही खुलने देंगे। अमरा-आखरी की चिंतामणि ने बताया कि पति और बच्चों में बढ़ती नशे की लत से हमलोग पहले से परेशान हैं। अब हमारे घरों के आसपास ठेका खुल जाने से और परेशानी होगी।

उनका कहना है कि शराबी दिन-रात हुड़दंग करेंगे जिससे गांव के लोगों पर इसका गलत असर पड़ेगा। उनका कहना है कि हमारे पति और बच्चा दारू पीते हैं। हम अपनी तीन बच्चियों को झाड़ू-पोछा करके पढ़ाते हैं। हम यहां शराब की दुकान नही खुलने देंगे। चिंतामणि का कहना है कि ठेका और कहीं खोल लिया जाय हमें आपत्ति नही है लेकिन यहां दुकान नही खोलने देंगे। यदि ठेकेदार और प्रशासन इस मामले में हमारा सहयोग नही करते तो हम विरोध प्रदर्शन और तेज करेंगे। क्षेत्र के दुकानदार विवेक सिंह ने बताया कि यहां देसी शराब का ठेका खुल रहा है। पहले यह ठेका किसी दूसरे जगह था। हमलोग अपने आसपास ठेका नही खुलने देना चाहते।

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में शराब के दो ठेके हैं। पहले एक ठेका अमरा गांव के एक हॉस्पिटल के पास चला था। अब वह लोग उस ठेके को यहां खोलना चाहते हैं। यह ठेका जहां खोला गया था वहीं रहे लेकिन हम अपने आसपास किसी शराब के ठेके को खोले जाने के पक्ष में नही हैं। यह रोड हाईवे से जुड़ा है और अगल-बगल यहां पर परिवार रहते हैं। ठेका खुलने से लोगों को दिक्कत होगी।


